महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने इस्लामिक स्टेट (IS) से प्रेरित आठ संदिग्ध आतंकियों को मुंबई से सटे ठाणे जिले के मुम्ब्रा और औरंगाबाद से एटीएस ने गिरफ्तार किया है. एटीएस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किय है उनमे में एक नाबालिग भी शामिल है. पिछले दो दिनों तक ठाणे और औरंगाबाद में छापेमारी के बाद इनकी गिरफ्तारियां हुई हैं. जिसके बाद महाराष्ट्र एटीएस इन्हें गिरफ्तार कर औरंगाबाद मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है. वहीं इनकी गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे भी हो रहे हैं.
खबरों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपियों के निशाने पर प्रयागराज का कुंभ मेला था. गंगा जल में जहरीला रसायन मिलाकर दहशत फैलाने की साजिश रच रहे थे. वहीं गिरफ्तार आरोपियों के पास से एटीएस ने केमिकल, केमिकल पाउडर, हाइड्रोजन परॉक्साइड, छह धारदार चाकू, पेन ड्राइव, लैपटॉप, 24 से अधिक मोबाइल फोन, कई गैजेट, वाई-फाई राउटर्स, डीवीडी, सीडी, हार्ड ड्राईव, ग्राफिक कार्ड, मॉडम और कंप्यूटर रैम जब्त किया है. फिलहाल सभी चीजों को जांच के फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है.
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बता दें कि यह अभियान रविवार देर रात को थाणे के मुम्ब्रा शहर और औरांगाबाद में चलाया गया. दोनों जगहों पर अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी है. इनमें से चार को मुम्ब्रा से और बाकी को औरंगाबाद से हिरासत में लिया गया. इन लोगों को पूछताछ के लिए मुंबई ले जाया गया है. ये लोग केंद्र से मिली खुफिया सूचना के आधार पर पहले से ही एटीएस के निशाने पर थे. मुम्ब्रा के यह चार लोग केरल के पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित सेमिनार में भाग लेने औरंगाबाद जा रहे थे. एटीएस को अपनी पूछताछ में औरंगाबाद के पांच अन्य लोगों की जानकारी मिली, जिन्हें बाद में हिरासत में लिया गया. सभी 18-22 वर्ष की उम्र के हैं.
जानकारी के अनुसार, एटीएस की गिरफ्त में आए इन आरोपियों में फहाद शाह सिविल इंजीनियर है और सऊदी अरब में नौकरी पर जाने के लिए उसने अपना वीजा भी निकलाया है. वहीं मोहम्मद मजहर शेख के बारे बताया जा रहा है कि वो भिवंडी की एक कंपनी में कंप्यूटर इंजीनियर के तौर पर काम करता है, जबकि मोहसीन खान सिमकार्ड और मोबाइल फोन की दुकान चलाता है.