नयी दिल्ली, 9 जनवरी : कोविड-19 टीकाकरण (Covid-19 Vaccination) पर दूसरा पूर्वाभ्यास शुक्रवार को 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 736 जिलों में किया गया और तमिलनाडु (Tamil Nadu) में तैयारियों का जायजा लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश की समूची आबादी का टीकाकरण जल्द ही हकीकत में तब्दील हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में टीके उपलब्ध हो जाएंगे और स्वास्थ्यकर्मियों जैसे जोखिम वाली आबादी को टीकाकरण में प्राथमिकता दी जाएगी. विमानन नियामक डीजीसीए ने शुक्रवार को सभी विमानन कंपनियों को दिशानिर्देश जारी किया, जिन्होंने ‘ड्राई आइस’ (Dry ice) में पैक कोविड-19 टीकों को देश के अनेक हिस्सों में परिवहन की योजना बनाई है. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा कि ड्राई आइस सामान्य वायुमंडलीय दबाव में -78 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान में कार्बन डाईऑक्साइड गैस में तब्दील हो जाती है और अंतरराष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (आईसीएओ) ने इसे ‘खतरनाक वस्तु’ की श्रेणी में रखा है.
डीजीसीए ने कहा, ‘‘ड्राई आइस के साथ पैक कोविड-19 के टीकों के परिवहन में शामिल होने जा रहे सभी संचालक ड्राई आइस की अधिकतम गुणवत्ता सुनिश्चित करेंगे जिसे किसी कार्गो होल्ड में रखकर या सभी तरह के मालवहन परिचालन के लिए तैनात यात्री संस्करण के मुख्य डेक (यात्री केबिन) में रखकर ले जाया जा सकता है.’’ स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पूर्वाभ्यास का मकसद असल टीकाकरण कार्यक्रम के लिए तैयारियों की जांच करना है. टीकाकरण की समूची प्रक्रिया में जिलाधिकारी के नेतृत्व में टीका के लिए लोगों का पंजीकरण करना, योजनाएं बनाना, तय स्थान पर टीकाकरण की प्रक्रिया शामिल है.
पूर्वाभ्यास का मकसद राज्यों, जिलों, प्रखंड और अस्पताल स्तर के अधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण के सारे पहलुओं से अवगत कराना है. चेन्नई में राजीव गांधी राजकीय अस्पताल में कोविड-19 टीकाकरण पूर्वाभ्यास की समीक्षा करने के बाद हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘ अगले कुछ दिनों में और साथ ही निकट भविष्य में, हम इन टीकों को प्राथमिकता के आधार पर उन लोगों को लगा सकेंगे सकेंगे, जिन्हें सबसे ज्यादा खतरा है. सरकार पहले ही इसकी योजना को सार्वजनिक कर चुकी है.’’ यह भी पढ़ें : International Flight News: डीजीसीए का बड़ा फैसला, 30 नवंबर तक निलंबित रहेंगी शेड्यूल इंटरनेशनल कमर्शियल पैसेंजर सर्विसेज
उन्होंने कहा कि केंद्र ने टीकाकरण के संभावित लाभार्थियों का पता लगाने के लिए नए कोविड-19 मंच की शुरुआत की है और साथ ही उन्हें इलेक्ट्रॉनिक प्रमाण पत्र भी जारी कर रही है. उन्होंने कहा कि भारत ने यथासंभव कम समय में टीका विकसित करने में बहुत ही बढ़िया काम किया है और मौजूदा समय में दो टीकों को आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी दी गई है.
केंद्रीय मंत्री ने सरकारी ओमनदुरार अस्पताल और यहां के कुछ अन्य केंद्रों का भी दौरा किया. उन्होंने कहा कि एचएलएल बायोटेक लिमिटेड (एचबीएल) के एकीकृत वैक्सीन कॉम्पलेक्स जल्द ही पूरी क्षमता के साथ कोविड-19 टीका का निर्माण शुरू कर देगा.
उन्होंने कहा कि सरकार ने चेंगलापट्टू में अत्याधुनिक केंद्र स्थापित करने के लिए 600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. एचबीएल, एचएलएल की सहायक कंपनी है. एचएलएल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक सरकारी कंपनी है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने देशभर में कोविड-19 टीकाकरण अभियान में अपने सभी सदस्यों से सक्रियता से भागीदारी करने की अपील की है.
डॉक्टरों के संगठन आईएमए ने एक बयान में कहा, ‘‘जैसा कि आप सब अवगत होंगे कि निकट भविष्य में कोविड-19 का टीका उपलब्ध होगा, इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि टीकाकरण अभियान में पेशेवर तरीके से मदद करें.’’ बयान में कहा गया, ‘‘सार्स कोव-2 के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू होने वाला है, आप सबको याद दिलाया जा रहा है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ तालमेल से भारतीय वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों से स्वदेशी टीका विकसित किया गया है.’’
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पहला पूर्वाभ्यास दो जनवरी को हुआ था और इससे अभियान के दौरान की चुनौतियों को परखा गया.
भारत के औषधि नियामक ने हाल में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 टीका कोविशील्ड और देश में विकसित, भारत बायोटेक के कोवैक्सीन को सीमित आपात स्थिति में इस्तेमाल की मंजूरी दे दी जिससे देश में टीकाकरण का मार्ग प्रशस्त हो गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 जनवरी को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद कर कोविड-19 की वर्तमान स्थिति और इसके टीकाकरण अभियान को लेकर संवाद करेंगे. यह भी पढ़ें : Coronavirus New Strain: ब्रिटेन और भारत के बीच यात्री विमान सेवा फिर हुई शुरू, कोरोना के नए वायरस के चलते बंद हुई थी सेवाएं
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोविड-19 टीकाकरण को लेकर पूर्वाभ्यास के पहले बृहस्पतिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, प्रधान सचिवों और अतिरिक्त मुख्य सचिवों से इसकी गहरी निगरानी करने और व्यक्तिगत ध्यान देने के लिए कहा था. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पूर्वाभ्यास 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों में आयोजित किया गया.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि राज्य में 36 में से 32 जिलों में पूर्वाभ्यास किया गया. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बताया कि राज्य को एक-दो दिन में कोविड-19 से बचाव के टीके की 13,90,000 खुराक मिलने की उम्मीद है और 11 जनवरी से टीकाकरण की शुरुआत हो सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक के लिए अच्छी खबर यह है कि मुझे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से सूचना मिली है कि कल या परसों कोरोना वायरस से बचाव के टीके की 13,90,000 खुराक राज्य को मिल जाएगी. यह हमारे लिए बहुत खुशी की खबर है.’