नई दिल्ली: अपने दमदार और जोशीले भाषण की वजह से सोशल मीडिया पर छाई केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की महिला जवान खुशबू चौहान (Khushbu Chauhan) की जमकर तारीफ हो रही है. सीआरपीएफ ने भी अपने लेडी कांस्टेबल की खूब सराहना की है. हालांकि उन्हें भाषण में कहे गए कुछ चीजों पर आगे से संयम बरतने की सलाह दी गई है.
सीआरपीएफ की 233 बटालियन में कांस्टेबल खुशबू चौहान का करीब चार मिनट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह वीडियो बीते 27 सितंबर को दिल्ली में हुए एक कार्यक्रम का है. जहां मानवाधिकार मुद्दे पर डिबेट करते हुए खुशबू चौहान ने बेहद जोशीला भाषण दिया था.
इस पर सीआरपीएफ की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि कांस्टेबल खुशबू चौहान का वयरल वीडियो एनएचआरसी सीएपीएफ वाद-विवाद प्रतियोगिता 2019 का है. हर संगठन की दो वक्ताओं को बोलने का मौका दिया गया था. जिसमें से एक को पक्ष में और एक को विपक्ष में बोलना था. इसमें सीआरपीएफ की ओर से महिला जवान ने प्रतिनिधित्व करते हुए विरोध में भाषण दिया. इसलिए इसमें बुरा मानने जैसा कुछ भी नहीं है.
सीआरपीएफ की ओर से आगे कहा गया कि यह वीडियो भी सीआरपीएफ ने अधिकारिक तौर पर नहीं जारी किया है. सीआरपीएफ मानवाधिकारों का बिना शर्त सम्मान करती हैं. हालांकि खुशबू चौहान को भाषण में कुछ बातें नहीं कहनी चाहिए थी. उन्हें उचित सलाह दी गई है.
यहां देखें वीडियो-
दरअसल इस डिबेट का विषय ‘मानव अधिकारों का अनुपालन करते हुए देश में आतंकवाद एवं उग्रवाद से प्रभावी तरीके से निबटा जा सकता है’ था. जहां बतौर प्रतियोगी खुशबू चौहान ने हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय प्रकट की. इसमें से जवाहर लाल नेहरू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को लेकर कही बात पर बाद में सोशल मीडिया पर मामूली विवाद हुआ.