तिरुवनंतपुरम: केरल (Kerala) के इडुक्की (Idduki) जिले के राजमाला (Rajamala) क्षेत्र में आज (7 अगस्त) भूस्खलन होने से कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है. जबकि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर दस लोगों को बचाया है. अभी भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. फिलहाल मौके पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी गई है.
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इडुक्की जिले में मुन्नार (Munnar) में घटना आज तड़के हुई. इस इलाके में पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है. जिस वजह से बचावकार्य में दिक्कत हो रही है और इलाके में संचार सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. अभी भी चाय की बागन में काम करने वाले कई श्रमिक मिट्टी के नीचे फंसे है. प्रारंभिक रिपोर्टों में कहा गया है कि घटनास्थल से कई शव बरामद हुए हैं और 10 लोगों को बचाया गया है. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इलाके में कम से कम 80 लोग रह रहे थे. Landslide In Kerala: केरल में भारी बारिश का कहर, मुन्नार में भूस्खलन
घटनास्थल का वीडियो-
#WATCH 5 dead in landslide in Idukki's Rajamala, #Kerala; 10 rescued so far
Kerala CM has requested assistance from Indian Air Force for the rescue operation. pic.twitter.com/yWmwXHUxEz
— ANI (@ANI) August 7, 2020
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Pinarayi Vijayan) ने बचाव अभियान के लिए भारतीय वायु सेना से सहायता का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि इडुक्की के राजमाला में भूस्खलन पीड़ितों को बचाने के लिए एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. पुलिस, फायर, वन और राजस्व अधिकारियों को भी बचाव अभियान में शामिल होने का निर्देश दिया गया है. केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि एक मोबाइल मेडिकल टीम और 15 एंबुलेंस को घटनास्थल पर भेजा गया है.
Kerala: 5 people have lost their lives in a landslide at Rajamala in Idduki district; rescue operation underway.
Kerala Health Minister has said that a mobile medical team & 15 ambulances sent to the incident site. pic.twitter.com/yzxiRpfuyZ
— ANI (@ANI) August 7, 2020
इडुक्की जिले के एसपी ने कहा कि राजमाला में हुए भूस्खलन की चपेट में आने वाले अब तक 10 लोगों को बचाया गया है. भूस्खलन एक ऐसे स्थान पर हुआ जहां चाय बागान श्रमिक रहते हैं. फिलहाल अभी तक सटीक संख्या नहीं बताई जा सकती है, लेकिन कम से कम तीन परिवार मलबे में फंसे हुए हैं.