कश्मीर: 15 युवकों के चलते टेंशन में घाटी के आतंकवादी, बड़ी कार्रवाई का डर
जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रमुख एस पी वैद ने दावा किया कि कश्मीर में इस महीने आतंकवाद की राह पकड़ने वाले स्थानीय युवकों की संख्या में ‘‘बहुत कमी' आई है.
श्रीनगर: कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है. कश्मीर को लेकर पाकिस्तान तरह-तरह की बयानबाजी करता रहता है. भारत हर मौके पर पाकिस्तान को करारा जवाब देता आया है. लेकिन इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता है की कश्मीर में आतंकवाद चरम पर है. भारतीय सेना की तमाम कोशिशों के बावजूद हालत जरूर सुधरे है. हिंदी अखबार दैनिक जागरण की मानें तो दक्षिण कश्मीर में कुछ महीनों के दौरान 15 युवकों ने आतंकवाद का रास्ता छोड़ मुख्यधारा में शामिल होकर एक नई जिंदगी शुरू की है.
वही दूसरी तरफ जम्मू कश्मीर पुलिस के प्रमुख एस पी वैद ने दावा किया कि कश्मीर में इस महीने आतंकवाद की राह पकड़ने वाले स्थानीय युवकों की संख्या में ‘‘बहुत कमी' आई है. राज्य के पुलिस महानिदेशक ने कहा कि कश्मीर की सुरक्षा स्थिति में बहुत सुधार आया है. यह भी पढ़े-7 राज्यों में नए राज्यपाल; सत्यपाल मलिक अब जम्मू-कश्मीर तो कप्तान सिंह सोलंकी बनें त्रिपुरा के राज्यपाल
इसी कड़ी में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आइजीपी) कश्मीर एसपी पाणि ने सोमवार को यह दावा किया. आइजीपी कश्मीर का यह बयान उस समय आया है, जब दक्षिण कश्मीर आतंकियों की नर्सरी के रूप में कुख्यात होता जा रहा है.
बता दें कि इस वर्ष कश्मीर घाटी में अब तक 131 लड़के आतंकी बने हैं. उन्होंने कहा कि यह सही है कि कश्मीर में कुछ वर्षो में आतंकी संगठनों में स्थानीय लड़कों की भागेदारी बढ़ी है, लेकिन कुछ महीनों में हम दक्षिण कश्मीर में 15 लड़कों को उनके परिजनों और दोस्तों की मदद से तबाही के रास्ते से वापस लाने में कामयाब रहे हैं. यह भी पढ़े-जम्मू-कश्मीर: सुप्रीम कोर्ट में अनुच्छेद 35A पर आज होगी सुनवाई, जानें क्या है ये आर्टिकल
इन युवकों के इस फैसले के बाद राज्य पुलिस इन युवकों के पुनर्वास के लिए हर संभव सहयोग कर रही है.
गौरतलब है कि हंदवाड़ा में पिछले दिनों पकड़े गए अल बदर के चार युवकों के बारे में उन्होंने कहा कि यह युवक गुलाम कश्मीर की तरफ जा रहे थे. चारों से पूछताछ की जा रही है. हम इन्हें पर्याप्त काउंसलिंग प्रदान करेंगे. उम्मीद है कि यह लड़के अपनी भूल सुधार कर एक बार फिर सामान्य रूप से अपनी जिंदगी बेहतर बनाने की दिशा में अग्रसर होंगे.