कर्नाटक ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर इस साल दिवाली के दौरान कई राज्यों में पटाखों की बिक्री और जलाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके पीछे मकसद कि वायु प्रदुषण कम हो. इसी कड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को ये बयान दिया था कि इस साल दिवाली के दौरान पटाखों की बिक्री और फटने पर प्रतिबंध लगाने का फैसला करेगी. लेकिन इस फैसले से अब राज्य की सरकार वापस ले रही है. कर्नाटक सीएमओ की तरफ से कहा गया कि पटाखों पर प्रतिबंध का प्रस्ताव देने के बाद हमें कई सुझाव मिले. लोगों को अपने बच्चों और खुद की सुरक्षा को देखते हुए सरल तरीके से मनाना चाहिए. मैं लोगों से केवल ग्रीन पटाखे फोड़ने और त्योहार को सरल तरीके से मनाने का अनुरोध किया है.
बता दें कि सिक्किम, दिल्ली, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और राजस्थान ने पहले ही दीवाली के दौरान पटाखों की बिक्री और फटने पर प्रतिबंध लगा दिया है. हरियाणा ने आयातित पटाखों की बिक्री पर रोक लगा दी है. महाराष्ट्र ने भी लोगों से इस दिवाली पटाखे फोड़ने से बचने के लिए कहा है, हालांकि अभी तक प्रतिबंध नहीं लगाया है. इसके अलावा चंडीगढ़ में भी पूरी तरह से बैन लगाया गया है. Chandigarh Bans Sale and Use Of Crackers: चंडीगढ़ में पटाखों की बिक्री और जलाने पर लगी पाबंदी.
ANI का ट्वीट:-
We received many suggestions after we proposed a ban on firecrackers this #Diwali. People should celebrate in a simple manner considering the safety of their children & themselves. I request people to burst only green crackers & celebrate the festival in simple way: Karnataka CMO https://t.co/M3ILOkLEID
— ANI (@ANI) November 6, 2020
बता दें कि इससे पहले राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के सुधाकर ने बुधवार को कहा था कि, राज्य 17 दिवसीय दिवाली उत्सव के दौरान पटाखों की बिक्री और फटने पर राज्यव्यापी प्रतिबंध लगाने पर गंभीरता से विचार कर रहा था. हालांकि, प्रतिबंध के बारे में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के परामर्श के बाद ही लिया जाएगा. (आईएएनएस इनपुट)