Karnataka: कर्नाटक में 6 लाख से अधिक विद्यार्थी दूसरी पीयूसी परीक्षा के लिए हुए
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

बेंगलुरु, 22 अप्रैल : हिजाब विवाद (Hijab Controversy) के बीच कड़ी सुरक्षा में शुक्रवार को कर्नाटक में दूसरी पीयूसी (कक्षा 12) की परीक्षा हुई जिसमें 6.84 लाख छात्र शामिल हुए. हिजाब पहने छात्रों को प्रवेश द्वार पर इसे हटाने और परीक्षा में शामिल होने के लिए कहा गया है. पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सभी छात्रों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने सलाह दी कि जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है. उन्होंने कहा, 'परीक्षा की उपेक्षा कर जीवन भर परेशानी में न पड़ें, एक उज्जवल भविष्य अपनाएं."

कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी.सी. नागेश ने घोषणा की कि हिजाब पहनने वाली छात्राओं को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. स्टाफ के सदस्यों को भी परीक्षा के दौरान हिजाब पहनने की अनुमति नहीं होगी. हिजाब विवाद के बीच एसएसएलसी (कक्षा 10) परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित करने के बाद, कर्नाटक सरकार गुरुवार से 18 मई तक महत्वपूर्ण दूसरी पीयूसी परीक्षा आयोजित कर रही है. सूत्रों ने पुष्टि की है कि उडुपी प्री-यूनिवर्सिटी गर्ल्स कॉलेज से जुड़ी 4 छात्राएं, जिन्होंने हिजाब का विरोध शुरू किया था, परीक्षा के लिए नहीं आई थीं. कॉलेज के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अपने हॉल टिकट भी जमा नहीं किए. हिजाब विवाद के सामने आने की आशंका को देखते हुए परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए. यह भी पढ़ें : हुब्बाली हिंसा के पीछे कुछ संगठनों समेत कई ‘अज्ञात शक्तियों’ का हाथ : कर्नाटक के गृह मंत्री

परीक्षा 1,076 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है और कुल 3,46,936 लड़के और 3,37,319 लड़कियां परीक्षा दे रही हैं. प्रायोगिक प्रयोगशाला परीक्षण 1,030 परीक्षा केंद्रों में आयोजित किए जाएंगे और इसमें 2,67,349 छात्र-छात्राओं के शामिल होने की संभावना है. परीक्षा हॉल के अंदर मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध है. पर्यवेक्षकों को बिना कैमरे वाला फोन ले जाने की छूट है. राज्य के शिक्षा विभाग ने बिना किसी जोखिम के सभी परीक्षा केंद्रों के लिए पुलिस सुरक्षा कवर की मांग की थी और सभी परीक्षा कार्य पुलिस बंदोबस्त में किए जाएंगे. परीक्षा केंद्र के आसपास के 200 मीटर क्षेत्र को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है.