Karnataka: हिजाब विवाद के बाद अब शुरू हुई हलाल बैन पर बहस, कई जिलों में तेज हो रहा बहिष्कार अभियान

हिजाब विवाद के बाद अब कर्नाटक (Karnataka) में हलाल पर विवाद बढ़ता जा रहा है. कर्नाटक में अब हलाल मीट (Halal Meat) पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोरों पर है.

सीएम बसवराज बोम्मई (Photo Credits: Facebook)

हिजाब विवाद के बाद अब कर्नाटक (Karnataka) में हलाल पर विवाद बढ़ता जा रहा है. कर्नाटक में अब हलाल मीट (Halal Meat) पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोरों पर है. पूरे विवाद पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने कहा था कि हलाल मीट मुस्लिम समुदाय की तरफ से "आर्थिक जिहाद" का हिस्सा है. उन्होंने यहां तक ​​कहा कि जब मुसलमान हिंदुओं से गैर-हलाल मीट खरीदने से इनकार करते हैं, तो आप हिंदुओं को उनसे खरीदने के लिए क्यों जोर देते हैं? Karnataka: हिजाब विवाद के बाद मंदिरों के मेले में मुस्लिमों के दुकान लगाने पर बैन, लगे कई बैनर. 

सीटी रवि ने कहा, हलाल किसने शुरू किया, कब शुरू किया और किसके लिए शुरू किया. हलाल के लिए सर्टिफिकेट क्यों दिए जा रहे हैं. मज़हब के कारण अगर सर्टिफिटेकट दिया जा रहा है तो ये इकोनॉमिक जिहाद है.

हलाल विवाद तब अधिक गर्मा गया जब हलाल मीट की बिक्री पर रोक लगाने की मांग करते हुए कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के भद्रावती में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने बुधवार को एक होटल में घुसकर एक कार्यकर्ता के साथ मारपीट की.

पुलिस अधीक्षक बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि अगले दिन, शहर के एक होटल व्यवसायी के साथ हलाल उत्पादों का उपयोग करने के लिए दुर्व्यवहार किया गया और एक ग्राहक पर हमला किया गया. मामले में बजरंग दल के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था.

इस बीच, दक्षिणपंथी नेता प्रशांत संबरगी और पुनीत केरेहल्ली ने गुरुवार को बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके में एक बाजार का दौरा किया और हलाल प्रतिबंध के लिए प्रचार किया. उन्होंने लोगों से हलाल मांस नहीं खरीदने का आग्रह करते हुए पर्चे बांटे.

अब शिवमोगा, रामनगर और मांड्या जिलों में हलाल मीट के बहिष्कार का अभियान तेज हो गया है. रामनगर में बीजेपी नेताओं ने कथित तौर पर सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लोगों से हलाल मीट न खरीदने की अपील की है. शिवमोग्गा में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने भद्रावती शहर में होटलों और कसाईयों के पास जाकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण विवाद हुआ. इस संबंध में सात कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने भी केवल हिंदू विक्रेताओं से मांस खरीदने के लिए पर्चे बांटना शुरू कर दिया है. मैसूर जिले में, जन जागृति समिति ने हलाल उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने के लिए जिला अधिकारियों से एक निवेदन किया है. हिंदू कार्यकर्ता प्रशांत संबरगी ने राज्य के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री उमेश कट्टी को पत्र लिखकर ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल और वेबसाइटों को गैर-हलाल मांस खरीदने का विकल्प प्रदान करने का निर्देश देने के लिए कहा है.

हलाल बैन की मांग पर एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल मजीद ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ बीजेपी अराजकता पैदा कर रही है. प्रदर्शन के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं.

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