कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) में घात लगाकर आठ पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद से गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) अब भी कानून के शिकंजे से दूर है. दूसरी तरफ पुलिस उत्तर प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों में गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश कर रही है. लेकिन अब तक कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी है. वहीं इस घटना के बाद किसने विकास दुबे को कॉल कर पुलिस के आने की जानकारी दी थी और कितने पुलिस वाले इस गैंगस्टर के संपर्क में अब पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है. वहीं इस मामले पर कानपुर IG मोहित अग्रवाल ने कहा है कि इसकी जांच की जा रही है कि किस तरह से विकास दुबे को पुलिस की मूवमेंट की जानकारी मिली. स्थानीय पुलिस स्टेशन के सभी कर्मचारी जांच के दायरे में हैं.
मोहित अग्रवाल ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्हें हत्या का दोषी माना जाएगा. यानी अगर पुलिसवालें इसमें संलिप्त मिलते हैं तो उनके उपर मर्डर केस चलाई जाएगी. फिलहाल अभी तक विकास, उसके साथियों और रिश्तेदारों के सभी फोन सर्विलांस पर लगाए गए हैं. वहीं विकास पर इनाम को बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया गया है. वहीं उसके 18 साथियों के लिए 25,000 रुपये के इनाम घोषित किए गए हैं. ताकि उनका सुराग मिल सके. वहीं पुलिस ने नेपाल सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी है. ताकि विकास दुबे नेपाल न भाग पाए.
ANI का ट्वीट:-
All the workers of the local police station are under our scope of investigation on how Vikas Dubey got information about police movement. Whoever is found guilty will be charged with murder: Kanpur IG, Mohit Agarwal on Kanpur encounter in which 8 policemen lost their lives pic.twitter.com/c75yQD3g7o
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
गौरतलब हो किउत्तर प्रदेश में कानपुर जनपद के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे ने पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया था. इस हमले में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. जिसके बाद विपक्ष ने योगी सरकार पर चौतरफा हमला शुरू कर दिया. वहीं सीएम योगी ने किसी भी हाल में अपराधियों को न छोड़ने की बात कही है. चौबेपुर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अफसर विनय तिवारी को स्पेशल टास्क फोर्स ने 12 घंटे तक जिरह करने के बाद शनिवार को सस्पेंड कर दिया गया है.