उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) केस में पुलिस बड़ी कार्रवाई करते हुए चौबेपुर पुलिस स्टेशन (Chaubepur Police Station) सभी 68 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है. आईजी कानपुर रेंज मोहित अग्रवाल ने चौबेपुर पुलिस स्टेशन में पूरे पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ जांच के आदेश जारी किए हैं. कानपुर एनकाउंटर के बाद से मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे (Vikas Dubey) फरार चल रहा है. वहीं घटना के बाद चौबेपुर थाना शक के घेरे में है. दरअसल एनकाउंटर के बाद यह जानकारी सामने आई थी कि पुलिस के आने की जानकारी विकास दुबे को पहले ही पता चल गई थी. जिसके बाद उसने अपने गुर्गों को इकठ्ठा कर लिया था.
इससे पहले तीन जून को कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद चौबेपुर एसएचओ विनय तिवारी (Vinay Tiwari) समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था. वहीं जांच के दायरे में आए एसटीएफ के डीआईजी अनंतदेव तिवारी का योगी सरकार ने मंगलवार को तबादला कर दिया गया है. इस दरम्यान अब भी विकास दुबे पुलिस के गिरफ्त से दूर है. कानपुर एनकाउंटर के पांच दिन बाद भी अपराधी विकास दुबे गायब है. उससे पकड़ने के लिए यूपी पुलिस की तमाम टीमें उसकी तलाश में दिन रात जुटी हुई हैं.इस दरम्यान पुलिस ने कई ठिकानों पर दबिश भी दी. लेकिन अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.
ANI का ट्वीट:-
#KanpurEncounter: IG Kanpur Range Mohit Agarwal has issued orders to hold an enquiry against the entire police staff at Chaubeypur Police Station; all 68 police personnel of the police station have been sent to district lines.
— ANI UP (@ANINewsUP) July 7, 2020
विकास दुबे राज्य से बाहर न निकल जाए, इसके लिए राज्य की सीमाओं पर सतर्कता बढ़ा दी गई है. गौरतलब हो कि विकास को पकड़ने गई पुलिस पर घात लगाकर बैठे बदमाशों ने हमला कर दिया था. जिसमें आठ पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे. वहीं विपक्ष मोस्टवांटेड विकास दुबे को लेकर विपक्षी लगातार योगी सरकार पर हमलावार हैं.