खत्म हुआ CM पर सस्पेंस: कमलनाथ होंगे मध्यप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री, ज्योतिरादित्य को कहा 'शुक्रिया'
कमलनाथ (Photo Credits: Facebook)

भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सीएम का चेहरा कौन होगा, इस पर अब  सस्पेंस खत्म हो चूका है. 48 घंटों की माथापच्ची के बाद कांग्रेस (Congress) ने कमलनाथ (Kamal Nath) को सत्ता की कमान सौंप दी है. राजधानी भोपाल में आयोजित बैठक में कमलनाथ को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया. वहीं सीएम चुने जाने के बाद कमलनाथ ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को समर्थन देने के लिए शुक्रिया कहा है.

न्यूज़ एजेंसी ANI की खबर के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ को मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री चुना है. मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने के बाद भोपाल के लिए रवाना हुए. इसके बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि वही राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेगे.

कमलनाथ ने कहा "मैंने कभी पद की कोई माँग नहीं की और मुझे पद की कोई भूख नहीं है. मुख्यमंत्री का पद मेरे लिए मील का पत्थर है और आने वाला वक्त चुनौतियों से भरा है लेकिन हम सब मिलकर वचन को पूरा करेंगे. मैंने संजय गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के साथ भी काम किया है."

कमलनाथ ने राहुल के आवास के बाहर पत्रकारों से कहा था, "मैं भोपाल जा रहा हूं. विधायक दल की बैठक होगी और उसके बाद आप सबको निर्णय का पता चल जाएगा." कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के बीच लगातार सीएम पद के लिए रस्साकशी चल रही थी.

यह भी पढ़े- राहुल गांधी ने कमलनाथ-सिंधिया के साथ शेयर की ‘आल इज वेल’ वाली तस्वीर, लेकिन नहीं बताया नए CM का नाम 

मध्यप्रदेश चुनाव में कांटे की टक्कर के बाद भी बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा है. जिसके बाद शिवराज सिंह चौहान का सपना टूट गया. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में शिवराज अपनी सीट बचाने में तो कामयाब रहे, लेकिन उनके 11 मंत्री अपनी सीट भी नहीं बचा पाए. कांग्रेस को 230 सीटों में से 114 पर जीत हासिल हुई है. वहीं शिवराज सिंह चौहान राज्यपाल के पास अपना इस्तीफा दे दिया.

कमलनाथ का सियासी सफर-

पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के खास रहे कमलनाथ का छिंदवाड़ा सीट पर 36 सालों से कब्जा है. नौ बार सांसद रह चुके कमलनाथ एक उत्कृष्ट और कुशल नेता के रूप में राज्य में कांग्रेस की कमान संभाल रहें हैं. 1980 में छिंदवाड़ा की जनता ने कमलनाथ को 7वीं लोकसभा में भेजा. मूल रूप से छिंदवाड़ा एक आदिवासी इलाका माना जाता है. कमलनाथ ने यहां लोगों को रोजगार दिया और आदिवासियों के उत्थान के लिए कई काम किए.

कमलनाथ 40 साल से ज्‍यादा वक्त से राजनीति में सक्रिय हैं. कांग्रेस के कार्यकाल में कलनाथ उद्योग मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय, वन और पर्यावरण मंत्रालय, सड़क और परिवहन मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. अनुभव के साथ ही उन्हें पूरे मध्य प्रदेश की बखूबी जानकारी है.