श्रीनगर: स्वतंत्रता दिवस से पहले जम्मू कश्मीर के राजौरी (Rajouri) से 25 किलोमीटर दूर एक आतंकी हमले में सेना की एक कंपनी के बेस पर दो आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया. दोनों आतंकवादी मारे गए जबकि 3 जवानों की जान चली गई. आतंकियों ने आर्मी कैंप में घुसने की कोशिश की. इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग की. इसमें दो आतंकी ढेर हो गए. राजौरी से परगल कैंप 25 किमी की दूरी पर है. हर घर तिरंगा अभियान: सिपाही औरंगजेब की मां ने अपने घर पर तिरंगा फहराया.
मिली जानकारी के मुताबिक, आर्मी कैंप में आतंकियों ने आत्मघाती हमला किया था. इसमें दोनों आतंकी ढेर हो गए. हालांकि, इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए. माना जा रहा है कि आतंकियों ने उरी जैसे हमले की कोशिश की थी.
3 जवान हुए शहीद
J&K | In a terrorist attack 25 kms from Rajouri, two terrorists carried out a suicide attack on an Army company operating base. Both terrorists killed while 3 soldiers lost their lives. Operations in progress.
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/Qt7TsAawki
— ANI (@ANI) August 11, 2022
2016 में हुआ था उरी हमला
साल 2016 में जम्मू कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए जैश ए मोहम्मद के चार आतंकियों ने आर्मी हेडक्वार्टर पर हमला कर दिया था. इसमें 19 जवान शहीद हो गए थे. वहीं, कई जवान जख्मी हुए थे. सुरक्षाबलों ने चारों आतंकी ढेर कर दिया था. इस हमले के जवाब में भारत ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और कई आतंकी लॉन्च पैड तबाह कर दिए थे.
इससे पहले बुधवार को सुरक्षाबलों ने बडगाम में तीन आतंकियों को ढेर किए. मारे गए आतंकी लश्कर के थे. इनमें लतीफ राथर भी शामिल था. लतीफ राथर को जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग का मास्टरमाइंड कहा जाता था. वह कश्मीरी पंडितों की जान का दुश्मन था. लोग उसके नाम मात्र से ही लोग कांपते थे.
सुरक्षाबलों को काफी समय से उनकी तलाश थी. वह 2012 में श्रीनगर हाईवे पर हुए हमले में भी शामिल था. इसमें 8 जवान शहीद गए थे. पुलिस ने उसके सिर पर 10 लाख का भारी भरकम इनाम रख रखा था.