झारखंड के जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर मारने से मौत, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जांच के लिए SIT गठित
स्क्रीनग्रैब, सीसीटीवी फुटेज.

Dhanbad Judge Uttam Anand Murder Case: झारखंड के धनबाद जिले के जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद बुधवार सुबह सैर पर निकले पीछे से उन्हें ऑटो ने इरादतन टक्कर मार दी. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने संज्ञान लिया तो पूरा झारखंड हिल गया. इस मामले में अब जज उत्तम आनंद की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एडीजी अभियान संजय लाटकर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है.

इसी कड़ी में एडीजी शुक्रवार को धनबाद पहुंचे और यहा उन्होंने जिले के एसएसपी संजीव कुमार, आईजी प्रिया दुबे सहित एसआईटी में शामिल पुलिस के अन्य आला अधिकारियों के साथ की. इसमें जज उत्तम आनंद की हत्या की गुत्थी सुलझाने पर मंथन किया गया.

बता दें कि झारखंड के धनबाद में जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद डेथ केस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एन वी रमना और जस्टिस सूर्यकांत की बेंच ने मुख्य सचिव और डीजीपी को एक हफ्ते के अंदर पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि देशभर में न्यायिक अधिकारियों पर हमले की कई घटनाएं हुई हैं. हम उनकी सुरक्षा के व्यापक विषय पर सुनवाई करेंगे.

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बता दें कि धनबाद जिले के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश आनंद उत्तम की बुधवार को एक वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई थी. धनबाद के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश आनंद उत्तम कोयला शहर धनबाद की मजिस्ट्रेट कॉलोनी के पास सुबह सेर के लिए निकले थे. लेकिन एक ऑटो ने उन्हें टक्कर मार दी. न्यायाधीर आनंद उत्तम को आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि एक ऑटो-रिक्शा ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी थी. इस मामले में ऑटो रिक्शा के चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ड्राइवर ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि उसने जज को वाहन से टक्कर मारी थी.

ऑटो बुधवार रात को ही गिरिडीह जिले से बरामद किया गया था. जांच के दौरान पता चला कि मंगलवार को वह ऑटो चोरी हो गया था और बुधवार सुबह 5.08 बजे जज को उसी से टक्कर मारी गई. वहीं अस्पताल में सुबह करीब 9.30 बजे जज आनंद उत्तम की मौत हो गई. बता दें कि आनंद उत्तम अपनी अदालत में हाई प्रोफाइल हत्या के मामलों सहित 15 से अधिक आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रहे थे.

गौरतलब है कि एडीजे उत्तम आनंद जिन 15 बड़े हाई प्रोफाइल मुकदमों की सुनवाई कर रहे थे. उनमें सबसे हाइ प्रोफाइल केस में से एक था रंजय सिंह हत्याकांड. रंजय सिंह झरिया के विधायक संजीव सिंह के करीबी थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रंजय सिंह के तार मुन्ना बजरंगी तक जुड़ते थे और रंजय ही झारखंड में मुन्ना बजरंगी का कोयले का कारोबार देखते थे.