अमरनाथ यात्रा बीच में ही रोकी गई, एडवाइजरी जारी- कश्मीर घाटी से जल्द लौटें पर्यटक और तीर्थयात्री
अमरनाथ यात्रा रोकी गई (Photo Credits: IANS)

भारतीय सेना की चिनार कॉर्प के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों (Lt General KJS Dhillon) ने शुक्रवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस प्रेस कांफ्रेंस में सेना ने खुलासा करते हुए बताया कि आतंकी अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) पर हमला करने की योजना बना रहे हैं. आतंकी हमले की संदेह के चलते अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है. साथ ही एडवाइजरी जारी कर कश्मीर घाटी से सभी पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को वापिस आने के निर्देश दिए हैं. जनरल ढिल्लों ने बताया कि इस साजिश में पाकिस्तानी भी शामिल है और कुछ आतंकियों के पास से जब्त किए गए हथियारों में पाकिस्तानी सेना की लैंड माइन और यूएस मेड गन रिकवर की गई है.

लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की साजिश का भी खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान सेना कश्मीर में आतंकवाद में शामिल है और हम आपको बताना चाहेंगे कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लन ने साथ ही कहा कि अमरनाथ यात्रा मार्ग के साथ एक आतंकी इलाके से एक एम-24 अमेरिकी स्नाइपर राइफल भी बरामद की गई है.

पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी- 

लेफ्टिनेंट जनरल के जे एस ढिल्लों के मुताबिक नियंत्रण रेखा पर स्थिति नियंत्रण में है और बहुत शांतिपूर्ण है. पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की बोलियों को सफलतापूर्वक विफल किया जा रहा है. लेफ्टिनेंट जनरल ढिल्लों ने बताया कि IED के प्रकार हम जांच कर रहे हैं और IED विशेषज्ञ आतंकवादी जिन्हें हम पकड़ रहे हैं और उन्हें समाप्त कर रहे हैं. पाकिस्तान कश्मीर में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रहा है. लेकिन हम कश्मीर के 'आवाम' को आश्वस्त करते हैं कि किसी को भी शांति भंग करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

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अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले का खतरा-

राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने भी कहा जम्मू-कश्मीर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है. किसी को भी राज्य में अशांति फैलाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. दिलबाग सिंह ने बताया आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती भी घटी है. जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन ऑल आउट लगातार जारी है. इसको लेकर डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि आतंकियों के खिलाफ इन आॉपेशन से घाटी और जम्मू के इलाकों में सक्रिय आतंकियों की संख्या में कमी आई है.

जम्मू कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की टुकड़ियों की संख्या में वृद्धि के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हम पिछले कुछ महीनों से कई गतिविधियों में थे. हमारे जिन जवानों को तैनात किया गया है, उन्हें थोड़ी देर आराम करने का मौका नहीं मिला. उन्होंने कहा 'हमें ऐसे इनपुट मिल रहे हैं कि हिंसा का स्तर उग्रवादियों के बढ़ने की संभावना है. इसलिए, हमने ग्राउंड पर ग्रिड को मजबूत करने की कोशिश की है। इसके अलावा, हमें बताया गया है कि सैनिकों को आराम करने के लिए समय मिलना चाहिए.