जम्मू-कश्मीर: तनाव के बीच NIT श्रीनगर में अगले आदेश तक सभी क्लासेज बंद, दूसरे राज्यों के छात्रों को वापस भेजा गया
एनआईटी श्रीनगर के कुलसचिव की ओर से जारी एक नोटिस में क्लास वर्क सस्पेंड होने की बात कही गई है. एनआईटी प्रशासन ने ऐसा श्रीनगर के जिला प्रशासन द्वारा मिले निर्देशों के बाद दिया है.
जम्मू-कश्मीर (Jammu- Kashmir) में मौजूदा हालात को देखते हुए श्रीनगर (Srinagar) के राष्ट्रीय प्रद्यौगिकी संस्थान (National Institute of Technology) की क्लासेज को अगले आदेश तक स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है. एनआईटी श्रीनगर के कुलसचिव की ओर से जारी एक नोटिस में क्लास वर्क सस्पेंड होने की बात कही गई है. एनआईटी प्रशासन ने ऐसा श्रीनगर के जिला प्रशासन द्वारा मिले निर्देशों के बाद दिया है. आदेश में कहा गया, यह सूचना संस्थान के सभी छात्रों के लिए है कि सभी विषयों की क्लासेज अगले आदेश तक के लिए रद्द की जाती है. आदेश में कहा गया, जिला प्रशासन श्रीनगर से मिले निर्देश के तहत उपरोक्त नोटिस जारी किया गया है.
आदेश के बाद एनआईटी श्रीनगर में पढ़ाई करने वाले बाहर के छात्रों को घर वापिस भेज दिया गया है. साथ ही राज्य सरकार ने पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों को तुरंत हॉस्टल खाली करने का आदेश दिया गया है. आदेश में कहा गया है कि अगले आदेश तक हॉस्टल की सुविधा छात्रों के लिए उपलब्ध नहीं रहेगी.
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एनआईटी श्रीनगर में तेलगांना और आंध्र प्रदेश के दर्जनों छात्र पढ़ाई करते हैं. एनआईटी प्रशासन की ओर से हॉस्टल खाली करने के आदेश के बाद यहां के कई छात्रों ने तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के तारक रामाराव (KTR) को ट्विटर और फेसबुक के जरिए संपर्क किया और उनसे कहा कि उन्हें यहां से निकलने में प्रशासन की मदद चाहिए. के तारक रामाराव तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव के बेटे भी हैं. केटीआर की कोशिशों के बाद श्रीनगर एनआईटी में फंसे 135 छात्र-छात्राओं को बस के जरिए जम्मू लाया गया है.
इस बीच राज्य सरकार ने कुपवाड़ा के अस्पताल में मेडिकल कंट्रोल रूम बनाने का आदेश दिया है. सरकार ने राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों के कर्मचारियों को बिना अनुमति छुट्टी नहीं देने का आदेश भी जारी किया गया है.
घाटी के मौजूदा हालत से घबराया पाकिस्तान-
घाटी में अचानक बदले हालात से पाकिस्तान में भी डर का माहौल है. इस बीच पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में गुहार लगाई है कि एलओसी पर हालात बिगड़ रहे हैं. इतना ही नहीं पाकिस्तान खुद ही कह रहा है कि भारत की ओर से आतंकी हमले की आशंका के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं.
पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र को चिट्टी लिखकर एलओसी के हालत के बारे में बताया है. वहीं शनिवार को भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) की तरफ से की जा रही घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए पांच से सात घुसपैठियों को ढेर कर दिया. केरन सेक्टर में मारे गए घुसपैठियों में पाकिस्तानी सेना के जवान और आतंकी भी शामिल हैं. सरकारी सूत्रों का कहना है कि जम्मू कश्मीर में 15 अगस्त से पहले आतंकी बड़े हमले की फिराक में हैं इसी मद्देनजर सारे कदम उठाए जा रहे हैं.