श्रीनगर, 3 मई : जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में मंगलवार को मुस्लिमों ने बड़ी संख्या में मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की नमाज अदा की, जो शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई. श्रीनगर शहर के हजरतबल दरगाह और अन्य ईदगाहों में बड़ी प्रार्थना सभा देखी गई, जबकि अधिकारियों ने कानून और व्यवस्था के कारण पुराने शहर नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद में ईद की नमाज अदा करने से मना कर दिया. कोरोना महामारी के लगभग दो साल बाद स्थानीय लोगों को ईद-उल-फितर पर प्रतिबंध मुक्त कर दिया गया.
रमजान के उपवास महीने के बाद मनाई जाने वाली विशेष ईद की नमाज में भाग लेने के लिए पुरुषों, महिलाओं और बच्चों ने अच्छे कपड़े पहने. शोपियां, बारामूला और कुपवाड़ा शहरों में तेज हवा और बारिश के कारण लोगों को स्थानीय मस्जिदों के अंदर ईद की नमाज अदा करनी पड़ी. पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला ने भी श्रीनगर में ईद की नमाज अदा की. यह भी पढ़ें : गाजियाबाद पहुंचा हिजाब विवाद: कॉलेज ने छात्राओं से यूनिफार्म पहनने को कहा
एक दूसरे का अभिवादन करने के बाद लोग शांतिपूर्वक लौट गए और अब तक कहीं भी किसी अप्रिय घटना की सूचना सामने नहीं आई है. अधिकारियों ने घाटी में विभिन्न प्रार्थना स्थलों के आसपास सुरक्षा और साफ-सफाई के व्यापक इंतजाम किए. श्रीनगर शहर और जम्मू-कश्मीर के अन्य शहरों और कस्बों में सभी कानून-व्यवस्था संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.