डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को कहा शुक्रिया, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने पर जताया आभार
बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, धन्यवाद मेरे प्रिय दोस्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने के लिए. इजरायल के सभी नागरिकों की ओर से आपका धन्यवाद.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज में कारगर एंटी मलेरिया दवाई हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) भेजने पर धन्यवाद कहा है. बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, धन्यवाद मेरे प्रिय दोस्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, इजरायल को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने के लिए. इजरायल के सभी नागरिकों की ओर से आपका धन्यवाद. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अप्रैल को बेंजामिन नेतन्याहू के साथ टेलीफोन पर बातचीत की थी. जहां दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस महामारी और स्वास्थ्य संकट के लिए अपनाई गई रणनीतियों पर चर्चा की थी.
बता दें कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन को कोरोना वायरस के इलाज में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इससे पहले अमरेकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने भी पीएम मोदी को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने के लिए शुक्रिया कहा था और अपने ट्वीट में भारत-अमेरिका दोस्ती के बारे में भी जिक्र किया था. हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन भेजने पर ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने भी पीएम मोदी को धन्यवाद कहा था. यह भी पढ़ें- डोनाल्ड ट्रंप के बाद अब ब्राजील के राष्ट्रपति बोलसोनारो हुए पीएम मोदी के मुरीद, हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन देने के लिए कहा ‘शुक्रिया’.
यहां देखें बेंजामिन नेतन्याहू का ट्वीट-
दुनियाभर के देशों में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई की डिमांड बढ़ी है. अमेरिका, इजराइल, ब्राजील समेत 30 देशों ने भारत से इसकी डिमांड की है. भारत इस हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. जैसे-जैसे कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले बढ़े हैं, इसे कोरोना मरीजों का दिए जाने की बात सामने आई है. दरअसल इससे SARS-CoV-2 वायरस पर असर पड़ता है.
SARS-CoV-2 वहीं वायरस है, जो कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह बनता है. अमेरिका के शोधकर्ताओं का मानना है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन से SARS-CoV-2 संक्रमण और वायरल को बढ़ने से रोका जा सकता है.