Small Saving Schemes Interest Rate Cut: केंद्र सरकार ने FD और PPF समेत कई बचत योजनाओं के ब्याज दरों में की कटौती, जानिए नई दरें
केंद्र सरकार ने नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने से पहले लोगों को बड़ा झटका दिया है. दरअसल, सरकार की तरफ से 1 अप्रैल 2021 से छोटी बचत पर ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया गया है. बचत जमा पर ब्याज 4 फीसदी से घटकर 3.5 फीसदी सालाना हो गई है. पीपीएफ दर 7.1 फीसदी से घटकर 6.4 फीसदी और 1 साल के डिपॉजिट पर ब्याज 5.5 फीसदी से 4.4 फीसदी कर दी गई है.
केंद्र सरकार ने नए वित्तीय वर्ष के शुरू होने से पहले लोगों को बड़ा झटका दिया है. दरअसल, सरकार की तरफ से 1 अप्रैल 2021 से छोटी बचत (Small Savings) पर ब्याज दरों (Interest Rates) में कटौती का ऐलान किया गया है. बचत जमा पर ब्याज 4 फीसदी से घटकर 3.5 फीसदी सालाना हो गई है. पीपीएफ दर (PPF Rate) 7.1 फीसदी से घटकर 6.4 फीसदी और 1 साल के डिपॉजिट पर ब्याज 5.5 फीसदी से 4.4 फीसदी कर दी गई है. वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाओं (Senior Citizen Savings Schemes) की दर भी 7.4 फीसदी से घटाकर 6.5 फीसदी त्रैमासिक और भुगतान पर कर दी गई है. यह भी पढ़ें- PAN-Aadhaar Card Linking Deadline Extended: केंद्र सरकार ने लोगों को दी बड़ी राहत, पैन-आधार लिंकिंग की डेडलाइन को 30 जून 2021 तक बढ़ाया गया.
वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आर्थिक मामलों के विभाग ने इस संबंध में सूचना जारी कर दी है. नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (National Savings Certificate) पर 6.8 फीसदी की बजाय अब केवल 5.9 फीसदी ब्याज दिया जाएगा. बालिकाओं के लिये बचत योजना सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana) पर सालाना ब्याज दर 7.6 फीसदी से घटाकर 6.9 कर दी गई है.
ANI का ट्वीट-
वहीं, किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 6.9 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दी गई है. मासिक आमदनी खाते पर अब 6.6 फीसदी की जगह केवल 5.7 फीसदी ब्याज मिलेगा. ब्याज में सर्वाधिक 1.1 प्रतिशत की कटौती एक साल की मियादी जमा राशि पर की गई है. अब इस पर ब्याज 4.4 प्रतिशत होगा जो अबतक 5.5 प्रतिशत था.
इसी प्रकार, दो साल के लिए मियादी जमा पर पर ब्याज 0.5 प्रतिशत घटाकर 5 प्रतिशत, तीन साल की अवधि के मियादी जमा पर ब्याज 0.4 प्रतिशत कम किया गया है जबकि पांच साल के लिए मियादी जमा पर ब्याज 0.9 प्रतिशत कम कर 5.8 प्रतिशत कर दिया गया है. वित्त मंत्रालय ने साल 2016 में ब्याज दर तिमाही आधार पर तय किए जाने की घोषणा करते हुए कहा था कि लघु बचत योजनाओं पर ब्याज सरकारी बॉन्ड के प्रतिफल से जुड़ी होंगी.