कोच्चि, 2 सितंबर: दो फुटबॉल मैदानों के आकार के बराबर एक फ्लाइट डेक, 18 मंजिल की ऊंचाई, एक दिन में 16,000 चपाती बना सकने वाले रसोई के उपकरण, समुद्र में हर पल नजर रखने वाली प्रणाली, 2,500 किलोमीटर लंबी केबल जैसी विशेषताएं भारत के स्वदेश निर्मित पहले विमानवाहक पोत ‘आईएनएस’ विक्रांत को खास बनाती हैं. Supreme Court grants bail to Teesta Setalvad: गुजरात दंगों के सबूत के साथ छेड़ छाड़ के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ को मिली अंतरिम जमानत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां ‘आईएनएस विक्रांत’ का जलावतरण किया और इसे "तैरता नगर" तथा "तैरती हवाई पट्टी" करार दिया जो 5,000 घरों को रोशन करने समान विद्युत का उत्पादन करने में सक्षम है. इस 45,000 टन वजनी युद्धपोत को आज जब भारतीय नौसेना में शामिल किया गया तो इसके फ्लाइट डेक पर एक उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर (एएलएच), एक कामोव-31 और एक मिग-29के खड़ा था. यदि किसी को जहाज के मार्ग और लॉबी से गुजरना हो तो उसे लगभग 12 किमी चलना पड़ेगा.
अन्य विशेषताएं
- बाई: 262.5 मीटर
- चौड़ाई: 62.5 मीटर
- विस्थापन: 42,800 टन
- गति: 28 समुद्री मील
- विद्युत उत्पादन क्षमता: 24 मेगावाट
उपकरण
- आरएएन-40एल 3डी हवाई निगरानी रडार
- एमएफ-स्टार (नौसेना रडार प्रणाली)
- टीएसीएन (सामरिक हवाई नौवहन प्रणाली)
- रेजिस्टर-ई एविएशन कॉम्प्लेक्स
- शक्ति ईडब्ल्यू सूट (पोत विध्वंसक मिसाइलों के खिलाफ रक्षा की एक इलेक्ट्रॉनिक परत)
- डाइवर निगरानी प्रणाली
- ईएलके-7036 वीयूएचएफ कोमिंट
तथ्य
- 2,500 किमी से अधिक की केबल
- एक दिन में 16,000 चपातियां और 6,000 इडली बनाने में सक्षम स्वचालित प्रणाली.
- 7,500 समुद्री मील की क्रूजिंग रेंज.
- 700 से अधिक सीढ़ियां
- सीटी स्कैन मशीन के साथ पूरी तरह कार्यात्मक अस्पताल, देश में युद्धपोत में पहला.
- दो ऑपरेशन थिएटर
- चालक दल के *1,600 सदस्य
- 2,200 से अधिक कक्ष
- 18 मंजिल ऊंचाई.
इस एयरक्राफ्ट कैरियर पर 30 एयरक्रॉफ्ट तैनात हो सकते हैं. इसके अलावा इससे मिग 29K फाइटर जेट भी उड़ान भरके एंटी-एयर, एंटी-सरफेस और लैंड अटैक में भूमिका निभा सकता है. इससे Kamov 31 हेलिकॉप्टर भी उड़ान भर सकता है.
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