नई दिल्ली: खाने-पीने की चीजों और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा होने के कारण मई में देश की खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 5 फीसदी के करीब पहुंच गई है. जबकि विनिर्माण क्षेत्र में तेजी से औद्योगिक उत्पादन अप्रैल में बढ़कर 4.9 फीसदी रहा. आम आदमी को महंगाई से राहत नहीं मिलती दिख रही है. केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने मंगलवार को मई के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी किए. बताना चाहते है कि पिछले साल मई महीने में यह 2.26 फीसदी पर थी.
सीएसओ के मुताबिक, मई में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) 4.87 फीसदी रहा, जोकि साल 2017 के मई की तुलना में दोगुना है. पिछले साल इसी महीने में सीपीआई की दर 2.18 फीसदी थी, जबकि इस साल अप्रैल में यह 4.58 फीसदी थी. ज्ञात हो कि अंडा, मांस और मछली की थोक महंगाई दर भी -0.2 फीसदी से बढ़कर 0.15 फीसदी पर पहुंच गई है. वहीं, दालों की बात करें तो महीने दर महीने के आधार पर मई में दालों की थोक महंगाई -22.46 फीसदी से बढ़कर -21.13 फीसदी पर पहुंच गई है.
इसके साथ ही सब्जियों की बात करें, तो महीने दर महीने के आधार पर सब्जियों की थोक महंगाई दर -0.89 फीसदी से बढ़कर 2.51 फीसदी पर पहुंच गई है.