पेट्रोल और डीजल के दामों पर बीजेपी सांसद ने अपनी ही सरकार को घेरा, कहा-  दामों को इतना न बढाएं कि जनता विद्रोह पर उतर आए
(सुब्रमण्यम स्वामी) Photo Credit: ANI

नई दिल्ली: बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार को कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल की बढती कीमतों से लोग परेशान हैं. वह सरकार से गुजारिश करते हैं कि इन दामों को इतना न बढ़ने दिया जाए कि लोग विद्रोह पर उतर आएं. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने विपक्ष के भारत बंद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कच्चे तेल की कीमत बढ़ने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ना जायज है और यह माइक्रोइकोनॉमिक्स को भी बढ़ाती है. हालांकि वे माइक्रोइकोनॉमिक्स के पक्ष में हैं क्योंकि यह केवल दो लोगों (क्रेता और विक्रेता) से जुड़ता है. लेकिन यहां पूरी अर्थव्यव्स्था प्रभावित हो रही है इसलिए यह मैक्रो इकोनॉमिक्स है.

सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पेट्रोल की मैक्रो इकोनॉमिक्स कीमत 40 रुपए है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पेट्रोलियम मंत्री से बात करनी चाहिए.  स्वामी ने कहा कि इस मामले को पेट्रोलियम मंत्री की तरह न सोचकर आर्थिक मामलों के मंत्रालय की तरह सोचें और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को ज्यादा न बढ़ने दे.

स्वामी ने आज कहा, ‘मुझे लगता है कि अर्थशास्त्र के मुताबिक व्यापक तौर पर पेट्रोल की कीमतें 40 रुपये होनी चाहिए. बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सुब्रह्मण्यम स्वामी अपनी ही पार्टी की आर्थिक नीतियों का विरोध कर रहे हैं.

गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही लगातार बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस सहित 21 विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद किया. जिसका असर देश के कई भागों में देखने को मिला. इस दौरान बिहार के जहानाबाद जिले में एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से उसमें सवार एक मासूम बच्ची की मौत हो गई.