नई दिल्ली: बीजेपी सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार को कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल की बढती कीमतों से लोग परेशान हैं. वह सरकार से गुजारिश करते हैं कि इन दामों को इतना न बढ़ने दिया जाए कि लोग विद्रोह पर उतर आएं. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने विपक्ष के भारत बंद पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कच्चे तेल की कीमत बढ़ने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ना जायज है और यह माइक्रोइकोनॉमिक्स को भी बढ़ाती है. हालांकि वे माइक्रोइकोनॉमिक्स के पक्ष में हैं क्योंकि यह केवल दो लोगों (क्रेता और विक्रेता) से जुड़ता है. लेकिन यहां पूरी अर्थव्यव्स्था प्रभावित हो रही है इसलिए यह मैक्रो इकोनॉमिक्स है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पेट्रोल की मैक्रो इकोनॉमिक्स कीमत 40 रुपए है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पेट्रोलियम मंत्री से बात करनी चाहिए. स्वामी ने कहा कि इस मामले को पेट्रोलियम मंत्री की तरह न सोचकर आर्थिक मामलों के मंत्रालय की तरह सोचें और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को ज्यादा न बढ़ने दे.
When crude oil price rises the price of fuel must be raised is microeconomis and I am not in favour of microeconomics as it involves only two persons (buyer and seller) but here the whole economy is involved so it is a macro economics: Subramanian Swamy, BJP pic.twitter.com/JlkJ4Qpy6C
— ANI (@ANI) September 10, 2018
स्वामी ने आज कहा, ‘मुझे लगता है कि अर्थशास्त्र के मुताबिक व्यापक तौर पर पेट्रोल की कीमतें 40 रुपये होनी चाहिए. बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब सुब्रह्मण्यम स्वामी अपनी ही पार्टी की आर्थिक नीतियों का विरोध कर रहे हैं.
I feel that the macroeconomic price for petrol is Rs 40 and somehow the PM must ask the Petroleum Minister to think as a part of Economic Affairs Ministry& not as Petroleum minister and stop setting prices so high that people can go to the point of revolt: Subramanian Swamy, BJP pic.twitter.com/fwJ7b2lbmv
— ANI (@ANI) September 10, 2018
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल के दामों में हो रही लगातार बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस सहित 21 विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद किया. जिसका असर देश के कई भागों में देखने को मिला. इस दौरान बिहार के जहानाबाद जिले में एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से उसमें सवार एक मासूम बच्ची की मौत हो गई.