13 जुलाई को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण, जानें आप पर क्या होंगे इसके प्रभाव
इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 13 जुलाई को होने वाला है. लेकिन यह भारत में नहीं दिखाई देगा. भले ही यह भारत में न दिखाई दे, लेकिन इसका प्रकृतिक घटनाओं के साथ-साथ आपके जीवन पर भी सीधा असर पड़ेगा.
मुंबई: इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 13 जुलाई को होने वाला है. लेकिन यह भारत में नहीं दिखाई देगा. विश्व के कुछ चुनिंदा देशों में ही इसे देखा जा सकेगा. भले ही यह भारत में न दिखाई दे, लेकिन इसका प्रकृतिक घटनाओं के साथ-साथ आपके जीवन पर भी सीधा असर पड़ेगा. भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 13 जुलाई को प्रात: 7 बजकर 18 मिनट और 23 सेकंड से प्रारंभ होगा, जिसका मध्य 8 बजकर 13 मिनट 05 सेकंड पर और मोक्ष 9 बजकर 43 मिनट 44 सेकंड पर होगा.
खगोलशास्त्रियों के मुताबिक यह आंशिक सूर्यग्रहण होगा. इसे केवल अंटाकर्टिका, तस्मानिया और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी भाग से देखा जा सकता है. यह ग्रहण भारत में प्रभावी नहीं है लेकिन इस ग्रहण से बन रहे योग का असर पूरी दुनिया में पड़नेवाला है. आपको बता दें कि साल का पहला सूर्य ग्रहण 15-16 फरवरी को पड़ा था.
इसदौरान सूर्य और चंद्र के साथ में आने का विपरीत प्रभाव लोगों की निर्णय लेने की क्षमता पर भी पड़ेगा. यह सूर्य ग्रहण आद्रा नक्षत्र मिथुन राशि में लगेगा. आद्रा राहु का नक्षत्र है इसलिए इस नक्षत्र से सम्बन्धित राशि वालों को कष्ट का सामना करना पड़ सकता है.
सूर्य ग्रहण के कारण भूस्खलन, बाढ़, भूकंप, तूफान, आंधी जैसी घटनाएं हो सकती है. अंतरराष्ट्रीय राजनीति में कुछ चौंकाने वाले घटनाक्रम हो सकते है. वहीं भारत में किसी बड़े राजनेता की हानि और कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
दुष्प्रभावों से बचने के लिए समस्त राशि वालों को ग्रहण के दौरान शिव चालीसा और आदित्यहृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा ग्रहण के दिन नवग्रह शांति पाठ और नवग्रह पूजा से विशेष लाभ मिलेगा. गरीबों को अनाज का दान, गायों को चारा खिलाना भी फलदायी होगा. प्रभावों को कम करने के लिए ग्रहण के शुरू होने से पहले तुलसी के कुछ पत्ते खा लें और अपने पास चंद्र यंत्र रख लें.