जावेद अख्तर (Javed Akhtar) और शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने कैफी आजमी के प्रोग्राम अटेंड करने के पाकिस्तान (Pakistan) के न्योते को ठुकरा दिया है. 14 फरवरी, गुरुवार को जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद जावेद अख्तर और शबाना आजमी ने पाकिस्तान के विरोध में ये फैसला लिया है. बता दें कि पाकिस्तान की कराची आर्ट काउंसिल (Karachi Arts Council) ने जावेद और शबाना को 23 और 24 फरवरी को वहां होने वाले कैफी आजमी के प्रोग्राम में शरीक होने के लिए आमंत्रित किया था.
अब उनके न्योते को ठुकराने के बाद जावेद अख्तर ने पाकिस्तान के खिलाफ ट्विटर पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए ये ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, "कराची आर्ट काउंसिल ने मुझे और शबाना को वहां होने वाले दिवसीय कैफी आजमी प्रोग्राम को अटेंड करने के लिए आमंत्रित किया था. हमने वहां जाने का प्लान रद्द कर दिया है. 1965 में इंडो-पाक वॉर के दौरान कैफी आजमी ने ये कविता लिखी थी, और फिर कृष्ण ने अर्जुन से कहा."
Kranchi art council had invited. Shabana and me for a two day lit conference about Kaifi Azmi and his poetry . We have cancelled that . In 1965 during the indo Pak war Kaifi saheb had written a poem . “ AUR PHIR KRISHAN NE ARJUN SE KAHA “
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) February 15, 2019
आपको बता दें कि अख्तर और आजमी ने इस काय्रक्रम को अटेंड करने की पुष्टि करते हुए उन्हें कहा था कि वे कार्यक्रम के लिए कराची आएंगे. लेकीन अब बर्बरता से किए गए इस आतंकी हमले के बाद इन्होंने अपना मन बदल दिया है.
गौरतलब हो कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 42 जवान शहीद हो गये. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. हमलें में जैश आतंकी द्वारा करीब 350 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किए जाने की आशंका जताई जा रही है.