आम आदमी के लिए Post Office की यह बचत स्कीम सबसे बेस्ट, बैंकों से भी ज्यादा मिल रहा ब्याज
कोरोना वायरस महामारी के दौर में पोस्ट ऑफिस (Post Office) से जुड़ी बचत योजनाओं में निवेश करके आम आदमी बिना किसी जोखिम के मुनाफा कमा सकता है. दरअसल इंडिया पोस्ट (India Post) निवेशकों के लिए कई छोटी बचत विकल्प प्रदान करता है, जिन्हें आमतौर पर डाकघर बचत योजनाओं के रूप में जाना जाता है.
Post Office Monthly Income Scheme Account (MIS): कोरोना वायरस महामारी के दौर में पोस्ट ऑफिस (Post Office) से जुड़ी बचत योजनाओं में निवेश करके आम आदमी बिना किसी जोखिम के मुनाफा कमा सकता है. दरअसल इंडिया पोस्ट (India Post) निवेशकों के लिए कई छोटी बचत विकल्प प्रदान करता है, जिन्हें आमतौर पर डाकघर बचत योजनाओं के रूप में जाना जाता है. वर्तमान में नौ डाकघर बचत योजनाएं चल रही है. इन छोटी बचत योजनाओं में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टर्म डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) शामिल हैं. सरकार इन छोटी बचत योजनाओं के ब्याज दर में समय-समय पर बदलाव करती रहती है.
डाकघर द्वारा चलाई जा रही मासिक आय योजना खाता (एमआईएस) एक बेस्ट स्कीम है. वर्तमान में एमआईएस के लिए ब्याज दर 6.6% प्रतिवर्ष (देय मासिक) है. संपूर्ण देश में डाकघर में एमआईएस खाता खोला जा सकता है. Post Office Saving Schemes: डाकघर की किस बचत योजना से मिलेगा बैंकों से भी जादा फायदा? जानिए नई ब्याज दर
कौन खोल सकता है एमआईएस खाता?
(i) एकल वयस्क
(ii) संयुक्त खाता (3 वयस्क तक)
(iii) असत्य मन के व्यक्ति की ओर से एक अभिभावक/ असत्य मन के व्यक्ति की ओर से एक अभिभावक
(iv) अपने नाम पर 10 साल से ऊपर का नाबालिग
जमा राशि कितनी होगी?
(i) खाता न्यूनतम 1000 रुपये की राशि व उसके के बाद 100 रुपये से खोला जा सकता है.
(ii) अधिकतम 4.50 लाख रुपये एकल खाते में और 9 लाख रुपये संयुक्त खाते में जमा किए जा सकते हैं.
(iii) संयुक्त खाते में सभी संयुक्त धारकों के निवेश में समान हिस्सेदारी होगी.
(iv) किसी व्यक्ति द्वारा खोले गए सभी एमआईएस खातों में जमा / शेयर 4.50 लाख रुपये से अधिक नहीं होगी.
(iv) नाबालिग की ओर से खोले गए खाते की सीमा अभिभावक के हिस्से से अलग होगी.
एमआईएस खाता पर कितना ब्याज मिलेगा?
(i) ब्याज खाता खोलने की तिथि से एक माह के पूरा होने पर व परिपक्वता तक देय होगा.
(ii) यदि खाताधारक द्वारा हर माह देय ब्याज का दावा नहीं किया जाता है तो इस तरह का ब्याज पर कोई अतिरिक्त ब्याज अर्जित नहीं होगा.
(iii) जमाकर्ता द्वारा किए गए किसी भी अतिरिक्त जमा के मामले में, अतिरिक्त जमा राशि वापस कर दी जाएगी और केवल डाकघर बचत खाता ब्याज खाता खोलने की तारीख से वापसी की तारीख तक लागू होगा.
(iv) ब्याज संबंधित डाकघर, या ईसीएस में उपलब्ध बचत खाते में ऑटो क्रेडिट के माध्यम से निकाला जा सकता है. एमआईएस खाते के सीबीएस डाकघर में है होने की अवस्था में मासिक ब्याज को किसी भी सीबीएस डाकघर में खोले गए बचत खाते में जमा किया जा सकता है.
(v) जमाकर्ता को मिलने वाला ब्याज कर योग्य है.
एमआईएस खाता समय से पहले बंद होने पर क्या होगा?
(i) जमा की तारीख से 1 वर्ष की समाप्ति से पहले कोई जमा राशि वापस नहीं ली जाएगी.
(ii) यदि खाता खोलने की तारीख से 1 वर्ष बाद और 3 साल से पहले खाता बंद किया जाता है, तो मूलधन में से 2% के बराबर कटौती की जाएगी और शेष राशि का भुगतान किया जाएगा.
(iii) यदि खाता, खोलने की तारीख से 3 साल बाद और 5 साल से पहले खाता बंद हो जाता है, तो मूलधन में से 1% के बराबर कटौती की जाएगी और शेष राशि का भुगतान किया जाएगा.
(iv) सावधि खाते को संबंधित डाकघर में पास बुक के साथ निर्धारित आवेदन पत्र जमा करके समय से पहले बंद किया जा सकता है.
एमआईएस खाता की परिपक्वता?
संबंधित डाकघर में पास बुक के साथ निर्धारित आवेदन पत्र जमा करके खोलने की तिथि से 5 साल की समाप्ति पर खाता बंद किया जा सकता है. यदि परिपक्वता से पहले खाता धारक की मृत्यु हो जाती है, तो खाता बंद हो सकता है और नामांकित / कानूनी उत्तराधिकारियों को राशि वापस कर दी जाएगी. ब्याज का भुगतान पूर्ववर्ती महीने तक किया जाएगा, जिसमें धनवापसी की जाती है.