नई दिल्ली: यात्री सेवाओं को सामान्य करने और कोविड से पहले के समय के स्तरों पर इस सेवा को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने के रेलवे के प्रयासों के हिस्से के रूप में, रेलवे यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) को अगले 7 दिनों के लिए रात के समय सबसे कम व्यावसाय वाले घंटों के दौरान 6:00 घंटों के लिए बंद कर दिया जाएगा. यह सिस्टम डेटा के उन्नयन और नई रेलगाड़ियों के नंबरों आदि के अद्यतन को सक्षम करने के लिए है. चूंकि सभी मेल/एक्सप्रेस रेलगाड़ियों में बड़ी मात्रा में पिछले (पुरानी रेलगाड़ियों के नंबर) और वर्तमान यात्री बुकिंग डेटा अपडेट किया जाना है, इसलिए इसकी एक श्रृंखला के रूप में योजना बनाई जा रही है. यह निर्णय टिकटिंग सेवाओं पर प्रभाव को कम करने के लिए सावधानीपूर्वक उचित रूप से किए गए प्रयास और रात के घंटों के दौरान लागू किया जाएगा. रेलवे का आदेश- तत्काल प्रभाव से मेल और एक्सप्रेस रेलगाडि़यों का विशेष दर्जा करें खत्म, टिकट के रेट भी हो महामारी के पहले वाले
यह कार्य 14 और 15-नवंबर की मध्यरात्रि से 20 और 21 नवंबर की रात तक 23:30 बजे से शुरू होकर 0530 बजे समाप्त होगा. इन 6 घंटों (23:30 से 05:30 बजे तक) की अवधि के दौरान, कोई भी पीआरएस सेवाएं (टिकट आरक्षण, वर्तमान बुकिंग, रद्दीकरण, पूछताछ सेवाएं आदि) उपलब्ध नहीं होंगी.
Railways taking steps to normalise passenger service in phased manner.@PIB_India @RailMinIndia pic.twitter.com/xo4UFGnSqp
— South Western Railway (@SWRRLY) November 14, 2021
इस अवधि के दौरान रेल कर्मी प्रभावित समय के दौरान रेलगाड़ियों को शुरू करने के लिए अग्रिम चार्टिंग सुनिश्चित करेंगे. पीआरएस सेवाओं को छोड़कर, 139 सेवाओं सहित अन्य सभी पूछताछ सेवाएं निर्बाध रूप से जारी रहेंगी. रेल मंत्रालय ने अपने ग्राहकों से अनुरोध किया है कि वे यात्री सेवाओं को सामान्य और उन्नत करने के प्रयास में मंत्रालय का समर्थन करें.