भोपाल: भारतीय रेलवे (Indian Railways) में सफर करने वाले वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizen Concession) के लिए जरुरी खबर है. हाल ही में हुई रेलवे बोर्ड की बैठक में बुजुर्गो को रियायत यानी सीनियर सिटीजन कंसेशन का मुद्दा उठाया गया. कुछ दिन पहले ही संसद में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा था कि रेलवे फिलहाल वरिष्ठ नागरिकों को किराए में रियायत देने की सुविधा नहीं शुरू कर रही है. रेलवे के निजीकरण से रेल मंत्री का इंकार, बुलेट ट्रेन परियोजना का किया बचाव
कोविड-19 महामारी के काल में रेल यात्रा के दौरान विभिन्न वर्गों को मिलने वाली रियायत में रेल विभाग ने कटौती की थी, इसमें एक मसला बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली छूट का भी है. मध्य प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और रेल्वे बोर्ड के सदस्य डा अभिलाष पांडेय ने बुजुर्गो को किराए में मिलने वाली रियायत को फिर से शुरू करने का सुझाव बोर्ड की बैठक में दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार को नई दिल्ली में रेलवे बोर्ड की बैठक हुई. इस बैठक में डां पांडेय ने सुझाव दिया गया कि रेल्वे को सीनियर सिटीजन को रेल किराए में रियायत पुन: चालू करना चाहिए, ताकि पूरे देश के बुजुर्गों को लाभ मिल सके.
कोरोना से पहले भारतीय रेलवे वरिष्ठ नागरिकों सहित कई अन्य श्रेणी के यात्रियों को रेल किराए में रियायत देता था. इसके तहत, रेल मंत्रालय ने सीनियर सिटीजन को मिलने वाला कोटा, जिसके तहत बुजुर्गों को रेल किराए में 50 फीसदी छूट मिलती थी, वह पूरी तरह बंद करने का फैसला किया है. कोरोना महामारी के दौरान इसे बंद किया गया था. अब पूरी तरह से ख़त्म कर दिया गया है. हालांकि वर्तमान में रेलवे दिव्यांगजन, 11 तरह की बीमारियों से पीड़ित मरीजों और छात्रों समेत तीन कैटेगरी के यात्रियों को भी किराए में रियायत दे रहा है.
वरिष्ठ नागरिकों को कितनी छूट मिलती थी?
कोरोना वायरस महामारी और कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए 20 मार्च 2020 से सभी श्रेणी के यात्रियों (दिव्यांगजन की 4 श्रेणियों, रोगियों व छात्रों की 11 श्रेणियों को छोड़कर) को दी जाने वाली रियायत वापस ले ली गई है. मार्च 2020 से पहले राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर विभिन्न प्रकार के लोगों को 53 कैटेगरी की रियायतें प्रदान करता था, जिनमें वरिष्ठ नागरिक भी शामिल थे. वरिष्ठ नागरिकों को आरक्षित और अनारक्षित रेलवे टिकटों पर कीमत में रियायत मिलती थी. 60 वर्ष और अधिक उम्र के पुरूष यात्रियों को सभी श्रेणियों में 40 फीसदी और 58 वर्ष और उससे अधिक उम्र के महिला यात्रियों को सभी श्रेणियों में 50 फीसदी की रियायत मिलती थी. यह रियायत राजधानी/शताब्दी/दुरोंतो गाड़ियों में भी दी जाती थी.