Cyber Security Tips: जालसाज आपके अकाउंट से पैसा चुराने के लिए कई तरीके अपना रहे हैं, जिसमें आपको पता भी नहीं चलता है और एक छोटी सी भूल आपके लिए भारी पड़ जाती है. जालसाज फ्रॉड कॉल के जरिए लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बना रहे हैं.
ये लोग खुद को स्वयं को बैंक प्रतिनिधि या बैंक की तकनीकी टीम बताते हैं. यहां तक कि ये फर्जी सरकारी अधिकारी बवकर भी फोन करते है. इसके बाद जब ग्राहक को यकीन हो जाता है तो उनसे निजी जानकारी निकाल लेते हैं.
डिजिटल भुगतान के माध्यम से धोखाधड़ी - जब स्कैमर्स वैध व्यवसायों या सरकारी अधिकारियों के रूप में दिखावा करते हैं और पीड़ितों को डिजिटल भुगतान करने पर बरगला कर सफल हो जाते हैं. इससे सावधान रहें.
डिजिटल भुगतान के माध्यम से धोखाधड़ी - जब स्कैमर्स वैध व्यवसायों या सरकारी अधिकारियों के रूप में दिखावा करते हैं और पीड़ितों को डिजिटल भुगतान करने पर बरगला कर सफल हो जाते हैं। इससे सावधान रहें।#StaySafeOnline
विजिट करें: https://t.co/hWCel3rRT0 pic.twitter.com/dt08cFoUlM
— MyGovHindi (@MyGovHindi) February 3, 2023
किसी से शेयर ना करें जानकारी
फ्रॉड कॉल करने वाला व्यक्ति अक्सर ग्राहक से वन टाइम पासवर्ड (OTP), सिक्योर पासवर्ड, क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर, कार्ड का सीवीवी नंबर, एक्सपायरी डेट, एटीएम पिन, इंटरनेट बैंकिंग लॉगइन आईडी, पासवर्ड और दूसरी निजी जानकारी मांगता हैं. कस्टमर को कभी भी ये जानकारी शेयर नहीं करनी चाहिए.
बैंक नहीं मांगता कोई निजी जानकारी
बैंक ग्राहकों से फोन करके उनसे किसी भी निजी जानकारी, पासवर्ड या वन टाइम एसएमएस पासवर्ड के बारे में नहीं पूछते हैं. हमेशा इस बात को याद रखें कि कुछ जानकारी जैसे पासवर्ड, PIN, TIN आदि सख्त तौर पर गोपनीय होते हैं. इनकी जानकारी किसी को ना दें.