फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 5.1 प्रतिशत कर दिया है. रेटिंग एजेंसी का कहना है कि कोरोना वायरस के प्रकोप से निवेश और निर्यात प्रभावित होगा. इससे पहले फिच ने दिसंबर 2019 में अनुमान जताया था कि 2020-21 के लिए भारत की विकास दर 5.6 प्रतिशत और अगले वर्ष 6.5 प्रतिशत रहेगी. फिच ने अपने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य 2020 में कहा कि आने वाले सप्ताहों में कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़ती रहेगी लेकिन इसके बहुत अधिक तेजी से फैलाव को रोकने में कामयाबी मिलेगी. इसके बावजूद आर्थिक परिदृश्य नकारात्मक हैं.
भारत में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. कोरोना वायरस को रोकने के पूरी दुनिया हर मुमकिन कोशिश कर रही है. अगर ताजे आंकड़ो की बात करें तो भारत में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की जानकारी मुताबिक कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या 195 हो गई है. इसमें 32 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोनावायरस को "महामारी" घोषित किया है. जानलेवा वायरस से दुनिया भर में दो लाख से अधिक लोग संक्रमित है और 9,000 से अधिक लोगों की जान गई है.