भोपाल में 50 फीसदी क्षमता के साथ शुरू हो सकेंगे कोचिंग संस्थान
मध्य प्रदेश में कोरेाना संक्रमण की थमती रफ्तार के बीच जन-जीवन सामान्य हो चला है. स्कूल खुल रहे है तो अब कोचिंग संस्थान भी खुलने शुरु हो रहे हैं. राजधानी भोपाल में क्षमता के मुकाबले अधिकतम 50 फीसदी छात्रों के साथ संस्थान खोलने की अनुमति देने के आदेश जारी कर दिए गए है.
भोपाल, 12 अगस्त : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में कोरेाना संक्रमण की थमती रफ्तार के बीच जन-जीवन सामान्य हो चला है. स्कूल खुल रहे है तो अब कोचिंग संस्थान भी खुलने शुरु हो रहे हैं. राजधानी भोपाल में क्षमता के मुकाबले अधिकतम 50 फीसदी छात्रों के साथ संस्थान खोलने की अनुमति देने के आदेश जारी कर दिए गए है. जिलाधिकारी अविनाश लवानिया ने भोपाल जिले में कोचिंग संस्थान उपलब्ध क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत की सीमा के साथ संचालित करने के आदेश जारी किए हैं. कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि राज्य शासन द्वारा 23 जुलाई 2021 को जारी आदेश में उल्लेखित शर्तों एवं कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन किए जाने की शर्तों पर जिले में कोचिंग संस्थान उपलब्ध क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत की सीमा के साथ संचालित किये जा सकेंगी.
ज्ञात हो कि बुधवार केा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मध्यप्रदेश कोचिंग ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुलाकात की थी. इस दौरान चौहान ने कहा था कि कोचिंग संचालक अपने संस्थानों में कोरोना अनुकूल व्यवहार का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें. कोचिंग कक्षाओं के संचालन की अनुमति के संबंध में राज्य शासन विचार कर रहा है. कोरेाना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने और संक्रमण लगातार कम होने पर हालात सामान्य हो रहे है. विद्यालय खेाले जा रहे है, बाजार में चहल पहल बढ़ गई है. इसी बीच कोरोना के कुछ नए मामले सामने आने पर सरकार ने कोरोना कर्फ्यू के प्रतिबंधों को 20 अगस्त तक बढ़ाया है. यह भी पढ़ें : पश्चिम बंगाल: भारी बारिश के चलते सिलीगुड़ी में भूस्खलन से नेशनल हाइवे-10 हुआ बंद, बहाली में जुटा प्रशासन
राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या में उतार-चढ़ाव बना रहता है, फिर भी बहुत कम जिले ऐसे है जहां संक्रमित मरीजों के नए मामले सामने आ रहे है. मुश्किल से राज्य में दाहई अंक तक ही मरीजों की संख्या पहुॅच पा रही है. इसके बावजूद सरकार सतर्क है और लोगों को लगातार परामर्श दिया जा रहा है कि वे कोरोना के लिए तय की गई गाइड लाइन का पालन करें. सोशल डिस्टेंसिंग, बार-बार हाथ धोने और मास्क के उपयोग की सलाह दी जा रही है. इसके साथ ही अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं केा बेहतर बनाया जा रहा है.