7th Pay Commission: दिवाली पर मोदी सरकार ने लिया एक और फैसला, इन सरकारी कर्मचारियों को होगा फायदा
रुपया (Photo Credits: PTI)

7th CPC: कोरोना वायरस महामारी के दौरान अपने लाखों कर्मचारियों की सहूलियत के लिए केंद्र सरकार कई बड़े फैसले ले चुकी है. इसी क्रम में मोदी सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए भी एक अहम निर्णय लिया है. डाक विभाग और इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक (आईपीपीबी) ने पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग (डीओपीपीडब्ल्यू) की पहल ‘डाकिये के माध्यम से डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र (डीएलसी) जमा करने के लिए डोरस्टेप सर्विस’ की सफलतापूर्वक शुरुआत की. 7th Pay Commission: दिवाली बोनस से जुड़ी बड़ी खबर, इन कर्मचारियों को अभी करना पड़ेगा इंतजार

केंद्र सरकार ने एक बयान में कहा ऑनलाइन माध्यम से जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की सुविधा के लिए जीवन प्रमाण पोर्टल की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवंबर 2014 में की थी. इसका उद्देश्य पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए एक सुविधाजनक और पारदर्शी सुविधा उपलब्ध कराना था. केंद्रीय कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के कुशल मार्गदर्शन में डीओपीपीडब्ल्यू बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए प्रणाली को सहज और अधिक से अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए साल दर साल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहा है. इस सुविधा को पूरे देश में उपलब्ध कराने के लिए डीओपीपीडब्ल्यू इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ मिलकर और इसके डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के विस्तृत नेटवर्क का उपयोग करके पेंशनभोगियों को डिजिटल रूप में जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए डोरस्टेप सुविधा प्रदान कर रहा है.

ऐसे होगा काम-

आईपीपीबी ने अपने बैंक सॉफ्टवेयर को अनुकूल बनाया है. इसके अलावा पेंशनभोगियों को डीएलसी सेवाएं डोरस्टेप पर प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के जीवन प्रमाण सॉफ्टवेयर के साथ सामंजस्य स्थापित किया है. यह सुविधा अन्य सुविधाओं जैसे घर में बैठे हुए ही बैंक खाते से धन की निकासी आदि के अतिरिक्त है. आईपीपीबी डोरस्टेप बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने के लिए अपने राष्ट्रीय नेटवर्क का उपयोग कर रहा है. इसमें पोस्ट ऑफिस के 1,36,000 से अधिक एक्सेस प्वाइंट्स और स्मार्ट फोन एवं बायोमैट्रिक उपकरणों से युक्त 1,89,000 डाकिये एवं ग्रामीण डाक सेवक हैं. इसके परिणामस्वरूप पूरे देश में बड़ी संख्या में पेंशनभोगी बिना बैंक शाखा गए या बैंक शाखाओं के बाहर पंक्ति में खड़े हुए बिना डाकिये/ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से डोरस्टेप सर्विस का लाभ उठा सकेंगे.

नहीं लगेगा कोई चार्ज-

आईपीपीबी के माध्यम से ‘डीएलसी जमा करने के लिए डोरस्टेप सर्विस’ का लाभ लेने के लिए पेंशनभोगी ippbonline.com पर विस्तृत जानकारी हासिल कर सकते हैं. यह एक शुल्कसहित सेवा है और यह देशभर में केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए उनके पेंशन खाते विभिन्न बैंक में होने के बावजूद उनके लिए उपलब्ध होगी. आईपीपीबी के माध्यम से ‘डीएलसी की डोरस्टेप सर्विस’ का लाभ उठाने की प्रक्रिया को @Youtube(Pension DOPPW) और पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के फेसबुक पेज पर देखा जा सकता है. कोविड-19 महामारी को देखते हुए पेंशनभोगियों के लिए घर बैठे जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के संबंध में यह सेवा एक बड़ी राहत है.