नई दिल्ली: हाल ही में लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान एक बार फिर से देश में रामायण (Ramayan) सीरियल को टीवी पर प्रसारित किया गया था. रामानंद सागर (Ramanand Sagar) के इस शो को लॉकडाउन में जनता से काफी प्यार भी मिला. रामायण में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के चरित्र से प्रभावित होकर इंदौर (Indore) के एक 10 वर्षीय बालक अवी शर्मा (Avi Sharma) ने रामायण को फिर से लिखा है जिसका नाम उन्होंने 'बालमुखी रामायण' (Balmukhi Ramayana) दिया है. इसमें 250 छंद है, जिन्हें बोल चाल की भाषा हिंदी में लिखा गया है.
इंदौर के इस 10 वर्षीय बालक अवी शर्मा का इस बारे में कहना है कि, ' रामायण या तो स्थानीय भाषाओं में हैं या ऐसी भाषाओं में है जो लुप्त हो रही हैं. रामायण धारावाहिक से मुझे इसे दोबारा से लिखने की प्रेरणा मिली और मैंने 'बालमुखी रामायण' की रचना की.
ये बालमुखी रामायण है।इसमें 250छंद है जिन्हें बोल चाल की भाषा हिंदी में लिखा गया है।रामायण या तो स्थानीय भाषाओं में हैं या ऐसी भाषाओं में है जो लुप्त हो रही हैं। रामायण धारावाहिक से मुझे इसे दोबारा से लिखने की प्रेरणा मिली:10साल के बच्चे अवी शर्मा ने रामायण को फिर से लिखा,इंदौर pic.twitter.com/E4ZbAGaIA4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2020
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बता दें कि हाल ही में लॉकडाउन के दौरान दर्शकों के मनोरंजन करने के लिए दूरदर्शन ने अस्सी के दशक में प्रसारित होने वाले रामानंद सागर के मशहूर सीरियल 'रामायण' को पुन: प्रसारित करने का फैसला लिया था.