Indore: 6 दिन में 20 नवजात बच्चों की मौत, जून में 55 मासूमों की गई जान, अब शिशुओं के शव बदलने पर भी घिरा अस्पताल
New Born Baby | Photo: PTI

भोपाल: इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव चिकित्सालय (MTH) में इलाज में कथित लापरवाही के चलते नवजात शिशुओं की मौत को लेकर बवाल मचा हुआ है. बीते छह दिन में अस्पताल में 20 मौतें हो चुकी है, जबकि जून माह में 55 बच्चों की मौत अस्पताल में हो चुकी है, जबकि 303 बच्चे पिछले माह भर्ती थे. पिछले 24 घंटे में ही दो नवजातों की जान गई है. घटना को लेकर परिजनों ने अस्तपाल में हंगामा किया है. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में खराब दूध दिया जा रहा है, जिसे पीने के बाद बच्चों की हालत बिगड़ रही है. MP-BJP Set Campaign For UCC: पीएम मोदी के यूसीसी के संदेश को जमीनी स्तर तक ले जाने की तैयारी.

इस बीच एक और गंभीर गड़बड़ी सामने आई है. चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एमटीएच कर्मचारियों ने दो नवजात शिशुओं के शव बदलकर इन्हें परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद एक नर्स को निलंबित कर दिया गया है, जबकि तीन चिकित्सकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है.

एमटीएच, शहर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के अधीन है. महाविद्यालय के अधिष्ठाता (डीन) डॉ. संजय दीक्षित ने शुक्रवार को बताया, "एमटीएच में खरगोन के एक परिवार की नवजात लड़की का शव उज्जैन के एक परिवार के नवजात लड़के के शव से गुरुवार को बदल दिया गया और इन शवों को परिजनों को सौंप दिया गया."

हंगामे के बाद एमटीएच प्रशासन ने पिछले 24 घंटों के भीतर दो नवजात बच्चों की मौत की बात कबूल की और सोशल मीडिया पर फैली इस अफवाह को सिरे से खारिज कर दिया कि अस्पताल में खराब दूध दिए जाने से हाल के दिनों में 15 बच्चे दम तोड़ चुके हैं. हंगामा करने वाले लोगों में शामिल कमल जाटव ने संवाददाताओं से कहा, "मेरी बेटी ने कुछ दिन पहले एक बच्चे को जन्म दिया था. बच्चे के मुंह में एक नर्स ने इंजेक्शन के तेज दबाव से दूध डाला जिसके बाद उसकी मौत हो गई."

एमटीएच के नवजात बच्चों की विशेष देखभाल की इकाई (एसएनसीयू) के प्रभारी डॉक्टर सुनील आर्य ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान अस्पताल में दो नवजात बच्चों की मौत हुई है जिनकी हालत पहले से गंभीर थी और उन्हें जीवन रक्षक उपकरणों पर रखा गया था. उन्होंने बताया कि इलाज के दौरान दम तोड़ने वाले एक बच्चे की उम्र 17 दिन की थी, जबकि दूसरा बच्चा पांच दिन का था. आर्य ने सोशल मीडिया पर फैली इस अफवाह को सिरे से खारिज किया कि एमटीएच में खराब दूध दिए जाने से हाल के दिनों में 15 बच्चे दम तोड़ चुके हैं.