नई दिल्ली: नेपाल (Nepal) पुलिस द्वारा सीमा पर अंधाधुंध गोलीबारी में एक भारतीय की मौत के मामले को भारत सरकार ने नेपाल सरकार के सामने उठाया है. भारत-नेपाल सीमा पर सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा थाना क्षेत्र में बीते शुक्रवार को नेपाल पुलिस की गोलीबारी में एक भारतीय की मौत हो गई थी जबकि दो अन्य घायल हो गए थे. साथ ही एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था. हालांकि एक दिन बाद ही नेपाल पुलिस ने उसे रिहा कर दिया.
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक भारत ने नेपाल से सटी सीमा पर भारतीय नागरिक की हत्या के मामले को नेपाल सरकार के समक्ष उठाया है. हालांकि इस मामले में नेपाल सरकार का पक्ष सामने नहीं आ सका है. हालांकि गोलीबारी की घटना के बाद से सीमा से सटे गांव में दहशत का माहौल है. सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने सीमा पर अतिरिक्त बल की तैनाती कर दी है. नेपाल नक्शा मामले पर भारत ने दी प्रतिक्रिया, कहा- यह ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित नहीं, इसे स्वीकार नहीं कर सकते
India has taken up the matter with Nepal Government of the killing of an Indian citizen at Indo-Nepal border: Sources
— ANI (@ANI) June 14, 2020
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को नेपाल पुलिस बल की गोली से मारे गए विकेश यादव के शव को रखकर ग्रामीणों ने विरोध जताया था और हिरासत में लिए गए लगन यादव को छोड़ने की मांग कर रहे थे. इधर, रिहा होने के बाद लगन यादव ने आरोप लगाया कि नेपाल की पुलिस उसे भारत की सीमा से उठाकर ले गई थी. उसके बाद नेपाल में उसके साथ मारपीट की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि नेपाल की पुलिस नेपाल क्षेत्र से लाने की बात कहने का दबाव बना रही थी. नेपाल ने लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपना बताते हुए संविधान में शामिल किया विवादित नक्शा, भारत से तनाव बढ़ना तय
नेपाल पुलिस का आरोप है कि ये लोग हथियार छीनने की कोशिश कर कर रहे थे. जिसके चलते गोली चलानी पड़ी. ज्ञात हो की बिहार में भारत-नेपाल सीमा खुली है और दोनों देशों के लोगों का आना जाना लगा रहता है. हालांकि कोरोना महामारी के देखते हुए सीमा पर अभी सावधानी बरती जा रही है.