Indigo Flight Cancellations Updates: इंडिगो एयरलाइन में पिछले कई दिनों से चल रही उथल-पुथल अब बड़े संकट का रूप लेती दिख रही है. उड़ानों की भारी देरी और रद्द होने के बाद DGCA ने एयरलाइन पर सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं, सरकार ने भी साफ कर दिया है कि जांच में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय DGCA ने इंडिगो की परिचालन गड़बड़ियों को गंभीर मानते हुए उसके 5% स्लॉट काटने का फैसला किया है.
इसका मतलब है कि इंडिगो की रोजाना चलने वाली लगभग 2200 उड़ानों में से करीब 110 उड़ानें स्लॉट कटने से प्रभावित हो सकती हैं. ये स्लॉट अब दूसरी एयरलाइंस को दिए जाएंगे. हालांकि, किन मार्गों पर उड़ानें हटेंगी, इस पर चर्चा जारी है.
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सरकार का दावा: कदम जल्दी उठाए गए
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने बताया कि जैसे ही 3 दिसंबर को समस्या की सूचना मिली, उसी दिन से मीटिंग और मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई थी. अधिकारियों के अनुसार किराए पर भी सीमा तय कर दी गई है. 500 किमी तक का किराया 7500 रुपये से शुरू होगा, जबकि 1500 किमी से अधिक दूरी पर अधिकतम 18000 रुपये तक का किराया तय किया गया है. सरकार ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच 15 दिनों में पूरी होगी.
इंडिगो का पक्ष: एक वजह बताना संभव नहीं
DGCA के शो-कॉज नोटिस पर जवाब देते हुए इंडिगो ने कहा कि इतनी बड़ी परिचालन गड़बड़ी की एक ही वजह बताना इस समय संभव नहीं है. एयरलाइन का कहना है कि यह कई कारणों के एक साथ होने से हालात बिगड़े. कंपनी ने यात्रियों से माफी मांगते हुए कहा कि वह जल्द विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपेगी.
जांच पैनल बड़े अधिकारियों को बुलाएगा
DGCA की जांच कमेटी अब इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और COO इसिद्रे पोरकरस को बुलाने की तैयारी में है. पैनल यह जांच करेगा कि एयरलाइन के मैनपावर प्लानिंग, रोस्टरिंग और नए FDTL नियमों को लागू करने में क्या चूकें रहीं. इस रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी.
यात्रियों को राहत: रिफंड मिलना शुरू
इंडिगो ने कहा है कि 3 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई उड़ानों का रिफंड प्रोसेस शुरू कर दिया गया है. कंपनी के अनुसार नेटवर्क धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है और समय पर उड़ानों की संख्या में सुधार देखा जा रहा है.













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