झारखंड में 'बड़े घटनाक्रम' के संकेत, गवर्नर ने शीर्ष अफसरों के साथ की मीटिंग, दिल्ली में हेमंत की गाड़ी से मिले 36 लाख
झारखंड की सत्ता-सियासत में आज से लेकर कल तक बड़े घटनाक्रम के संकेत मिल रहे हैं. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को साढ़े ग्यारह बजे राज्य के होम सेक्रेटरी अविनाश कुमार, डीजीपी अजय कुमार और चीफ सेक्रेटरी एल ख्यांग्ते को राजभवन तलब किया. माना जा रहा है कि राज्यपाल ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उनसे जानकारी ली.
रांची/नई दिल्ली, 30 जनवरी : झारखंड की सत्ता-सियासत में आज से लेकर कल तक बड़े घटनाक्रम के संकेत मिल रहे हैं. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने मंगलवार को साढ़े ग्यारह बजे राज्य के होम सेक्रेटरी अविनाश कुमार, डीजीपी अजय कुमार और चीफ सेक्रेटरी एल ख्यांग्ते को राजभवन तलब किया. माना जा रहा है कि राज्यपाल ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उनसे जानकारी ली. संभवतः उन्होंने अफसरों यह भी जानना चाहा कि सीएम हेमंत सोरेन कहां हैं. उनके बारे में उन्हें आधिकारिक तौर पर क्या जानकारी है?
इसके पहले राज्यपाल ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर रांची के मोरहाबादी मैदान में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद मीडियाकर्मियों के सवाल पर कहा कि सीएम सबके सामने आएं. सबकी तरह मैं भी उनका इंतजार कर रहा हूं. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोमवार को भी कहा था कि अगर सीएम आज ईडी को जवाब नहीं दे रहे हैं, तो उन्हें कल जवाब देना ही होगा. एक सच्चे नागरिक के रूप में हमें इसका पालन करना चाहिए. उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में कहा कि मैं पहले भी इस बारे में चिंता व्यक्त कर चुका हूं. इधर, बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने राज्यपाल से अपील की है कि वे धारा 355 के तहत राज्य की स्थिति के बारे में केंद्र को रिपोर्ट भेजें. यह भी पढ़ें : Chandigarh Mayoral Elections: बीजेपी ने जीता चंडीगढ़ मेयर का चुनाव, 16 वोट के साथ AAP-कांग्रेस के गठबंधन को हराया
इस बीच खबर मिल रही है कि ईडी ने सीएम के दिल्ली में शांति निकेतन स्थित आवास से सोमवार की रात बीएमडब्ल्यू कार सहित जो दो गाड़ियां जब्त की थीं, उसकी तलाशी के दौरान 36 लाख रुपए कैश बरामद किए गए हैं. गौरतलब है कि सीएम हेमंत सोरेन 27 जनवरी की शाम चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली गए थे. वह 28 जनवरी की रात करीब 11 बजे तक दिल्ली में शांति निकेतन स्थित अपने आवास पर थे. इसके बाद से वह कहां हैं, इस बारे में सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा चल रही है.
ईडी ने 29 जनवरी को सुबह से लेकर देर रात तक सीएम की तलाश में उनके दिल्ली स्थित आवास सहित कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह नहीं मिले. हालांकि 29 जनवरी की दोपहर उन्होंने ईडी को मेल भेजकर सूचित किया था कि वह 31 जनवरी को दिन के एक बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए उपलब्ध होंगे. चर्चा यह भी है कि वे संभवतः सड़क मार्ग से दिल्ली से रांची लौट रहे हैं.
कांग्रेस की विधायक अंबा प्रसाद ने सोमवार की शाम मीडिया से कहा था कि 30 जनवरी को दोपहर दो बजे के बाद सीएम हाउस में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक होनी है. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहेंगे. सीएम सोरेन के सोशल मीडिया हैंडल पर भी 28 जनवरी के बाद कोई पोस्ट नहीं किया गया है. 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर भी उनकी ओर से कोई पोस्ट नहीं है, जबकि ऐसे मौकों पर आम तौर पर वह निश्चित रूप से पोस्ट करते रहे हैं.
इधर, झामुमो ने सीएम सोरेन को ईडी द्वारा जानबूझकर परेशान करने का आरोप लगाते हुए रांची में लगातार तीसरे दिन प्रदर्शन की तैयारी की है. इसे देखते हुए सीएम हाउस, राजभवन और एयरपोर्ट रोड स्थित ईडी दफ्तर के आसपास धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है.
रांची सदर अनुमंडल पदाधिकारी उत्कर्ष कुमार के हस्ताक्षर से जारी आदेश में मुख्यमंत्री आवास की बाउंड्री से 100 मी की परिधि, राजभवन की बाउंड्री के 100 मीटर की परिधि और हिनू स्थित ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय से 100 मीटर की परिधि में किसी प्रकार का जमावड़ा, प्रदर्शन, हरवे-हथियार लेकर पहुंचने पर रोक लगाई गई है.
इधर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने “सीएम लापता” के बैनर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने तो सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान किया है कि 40 घंटे से लापता सोरेन को ढूंढ़ने वाले को वह अपनी ओर से ग्यारह हजार रुपए का इनाम देंगे.