नई दिल्ली:- भारतीय सेना के पराक्रम का लोहा पूरी दुनिया मानती है. जब भी किसी देश ने भारत के आगे आंख उठाने की जुर्रत की है उसे घुटनों पर बिठाने का काम इंडियन आर्मी ने किया है. आज दुनिया के सबसे ताकतवर सेनाओं में भारतीय सेना की गिनती होती है. सभी जानते हैं कि सीमा पर चट्टान की तरह खड़े रहने वाले सैनिक दुश्मन को उसके घर में घुसकर मार गिराने में माहिर हैं. हर साल देश में 15 जनवरी को भारतीय सेना दिवस मनाया जाता है. इस साल 15 जनवरी को 73वां सेना दिवस मना रही है. वैसे इसे फील्ड मार्शल केएम करियप्पा (Field Marshal Cariappa) के सम्मान में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है. वो भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ थे. भारतीय सेना दिवस पर देश में जवानों के दस्ते और अलग-अलग रेजीमेंट की परेड निकाल रहे है. आज थलसेना के अदम्य साहस, जांबाज सैनिकों की वीरता, शौर्य और जज्बे को पूरा देश सलाम कर रहा है. इस खास मौके पर चलिए जानते हैं कि भारतीय थल सेना के पास ऐसे कौन-कौनसे घातक हथियार है जो दुश्मनों पलक झपकते ही नाश कर देंगे.
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos supersonic cruise missile) भारतीय थल सेना के पास ब्रह्मोस ऐसी ही एक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है. जो दुश्मनों को कुछ ही सकेंड में राख में तब्दील कर दे. ब्रह्मोस मैच 3.5 यानी 4,300 किलोमीटर प्रतिघंटा गति से उड़ने में सक्षम है. इसे जल, थल और नभ से दागा जा सकता है, ये घातक मिसाइल 400 किलोमीटर दूर तक अपने टारगेट हिट कर सकती है. इसके अलावा पिनाका जो एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर है. पिनाका रॉकेट अत्याधुनिक दिशासूचक प्रणाली से लैस है. पिनाका सटीकता से टारगेट की पहचान कर अपने उसे नष्ट कर देता है. यह भी पढ़ें-Indian Army Day 2021 Wishes: भारतीय सेना दिवस का मनाएं जश्न, अपनों को भेजें ये WhatsApp Stickers, Facebook Messages और GIF Greetings
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने इस साल सितंबर में लगभग 780 करोड़ रुपये की लागत से अमेरिका से 72,000 सिग सोर असॉल्ट राइफल (Sig Sauer Assault Rifles) खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. भारतीय सेना की सीमा पर तैनात सैनिकों इससे लैस करने के लिए यह निर्णय लिया गया था. सिग सॉर आधुनिक असॉल्ट राइफल हैं. इसका 16 इंच का बैरल है और कैलिबर 7.22 एमएम है. जबकि इंसास का कैलिबर 5.56 एमएम है.
टी-90 भीष्म (T-90 Bhishma): थर्ड-जेनरेशन टैंक T-90 भीष्म टैंकों के आगे चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ जाएगी. टी-90 भीष्म आसानी से जमीन से आसमान में उड़ने वाले दुश्मनों को जमीदोज करने में माहिर है. टी-90 भीष्म एक मिनट में 8 गोले फायर कर सकता है. टी-90 भीष्म 48 टन का होने के नाते ये दुनिया के सबसे हल्के टैंकों में गिना जाता है.
अर्जुन एमके-1 (Arjun Mk1): भारतीय सेना के लिए डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने अर्जुन एमके-1 को तैयार किया है. अर्जुन एमके-1भी भारतीय सेना के लिए विकसित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है. जो अपने दुश्मनों को खाक में मिलाने में माहिर है.
इसके अलावा बोफ़ोर्स तोप, ब्रह्मोस मिसाइल, अग्नि मिसाइल, स्पाइक, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, घातक पनडुब्बियों समेत कई ऐसे हथियार हैं जो दुश्मन को खाक में मिलाने में एक सेकंड का समय लेंगे. इसके साथ भारतीय सेना के पास पिस्टल में ऑटो 9एमएम 1ए, इंसास राइफल, एके-203 राइफल, एकेएम असाल्ट राइफल, एंटी मैटेरियल राइफल, ड्रेग्नोव एसवीडी 59 स्नाइपर राइफल, आईएमआई गैलिल 7.62 स्नाइपर राइफल, माउजर एसपी 66 स्नाइपर राइफल, एसएएफ कार्बाइन 2 ए 1 सब मशीन गन और NSV हैवी मशीन गन भी है.













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