पाकिस्तान की अब खैर नहीं, भारत बार्डर पर तैनात करेगा एयर डिफेंस यूनिट
एयर डिफेंस यूनिट (Photo Credits: PTI)

भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए कायराना हमले के बाद पाकिस्तान को मुह तोड़ जवाब दिया था. जवाब में पाकिस्तान ने भी घाटी में एयर स्ट्राइक करने कोशिश की थी, लेकिन वायुसेना के जाबाजों ने इसे नाकाम कर दिया था. भारतीय सेना का खौफ दुश्मन सेना के अंदर इस कदर फैला हुआ है कि बालाकोट हमले के बाद भी पाकिस्तान अपनी सीमा के नजदीक भारी संख्या में सेना की टुकड़ियों को तैनात कर रखा है. भारतीय सेना भी दुश्मन सेना की गतिविधियों पर नजर रखते हुए सीमा से सटे हुए प्रदेशों पंजाब, गुजरात, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में एयर डिफेंस यूनिट सिस्टम को तैनात करने का फैसला लिया है.

बता दें कि बालाकोट हमले को हुए लगभग दो महीने से ज्यादा का वक्त बीत चूका है, फिर भी पाकिस्तानी सेना भारत से लगे बार्डर पर भारी संख्या में सेना की टुकड़ियों को तैनात कर रखा है. सीमा के समीप सामरिक रूप से महत्वपूर्ण शकरगढ़ सेक्टर में करीब 300 टैंक अभी भी तैनात हैं. 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण कैंप को निशाना बनाया था, जिसमें बड़ी संख्या मे आतंकवादी मारे गए. आईएएफ की इस कार्रवाई के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया था.

यह भी पढ़ें- Balakot Air Strike: पाकिस्तान ने बालाकोट हवाई हमले के बाद 513 बार संघर्षविराम का किया उल्लंघन

खबर के अनुसार देश के चारों राज्यों की एयर डिफेंस यूनिट की सीमा पर तैनाती का फैसला इंडियन आर्मी इंटरनल रिव्यू मीटिंग में लिया गया. यह रिव्यू मीटिंग भारत की एयरफोर्स द्वारा पाकिस्तान की सरजमीं (बालाकोट) पर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के टेरर कैंप को ध्वस्त करने की कार्रवाई के बाद बुलाई गई थी. आर्मी के एक आला अफसर ने बताया कि एयर डिफेंस यूनिट की सीमा के नजदीक तैनाती से किसी भी आक्रमण से न सिर्फ प्रभावी ढंग से निपटा जा सकेगा, बल्कि उसे उसी इलाके तक सीमित भी किया जा सकेगा. भारत की एयर डिफेंस यूनिट की अगुआई इन दिनों लेफ्टिनेंट जनरल एपी सिंह कर रहे हैं. इन यूनिट्स में भारत और इस्राइल की मदद से तैयार किया गया MR-SAM, आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम, बोफोर्स 40 mm गन और अन्य कारगर और आजमाए हुए मारक हथियार सीमा पर तैनात किए जाएंगे.