Heron Drone: भारत का तबाही मचाने वाला ड्रोन चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर तैनात, बटन दबाते ही तबाह हो जाएंगे दुश्मन
इन ड्रोन्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमरजेंसी फाइनेंसियल पावर के तहत मंगाया गया है, ताकि देश की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता न करना पड़े.
Heron Mark 2 Drones: अब भारत बिना सेना के जवानों के ही पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है. POK में आतंकी ठिकानों का ख़ात्मे के लिए भी सेना को वहां घुसकर ऑपरेशन करने की ज़रूरत नहीं होगी. अब भारतीय वायुसेना के ऐसा हथियार आ गया है, जिससे दुश्मन थर-थर कांपते हैं. इसका नाम है हेरोन ड्रोन मार्क-2. इजरायल से लिए गये हेरोन ड्रोन्स कई खूबियों से लैस है.
हेरोन ड्रोन मार्क-2 को हाल ही में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है. हेरॉन मार्क 2 ड्रोन को चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर निगरानी के लिए तैनात किया जा रहा है. आने वाले दिनों में इसे तीनों सेनाओं के लिए तैयार किया जाएगा ताकि जरुरत पड़ने पर दुश्मन पर हमला किया जा सके.
इसकी खासियत
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- हेरोन ड्रोन मार्क-2 सैटेलाइट से नियंत्रित होने वाला ड्रोन है जो 250 किलोग्राम हथियार लेकर उड़ सकता है.
- इसमें थर्मोग्राफिक कैमरा, एयरबॉर्न सर्विलांस विजिबल लाइट, राडार सिस्टम लगा है. यह अपने बेस से उड़कर खुद ही मिशन पूरा करके वापस लौट आता है.
- इस ड्रोन को लेजर गाइडेड बम, हवा से जमीन, हवा से हवा और हवा से एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों से लैस किया जाएगा.
- हेरोन ड्रोन एक बार हवा में उठा तो 36 घंटे तक उड़ान भरने में सक्षम है और यह जमीन से 35 हजार फीट यानी साढ़े दस किलोमीटर की ऊंचाई पर बिना तेज आवाज किए से उड़ता रहता है.
- इस ड्रोन को जैम नहीं किया जा सकता. यानी इनमें एंटी-जैमिंग तकनीक लगी है.
- सीमा पर ड्रोन से सटीक टारगेट पर हमला किया जा सकता है.
इस ड्रोन के जरिए पाकिस्तान या चीन की सेना लद्दाख सीमा के इस पार या उस पार भारत के खिलाफ कोई 'नापाक' हरकत करेगी तो तुरंत पता चल जाएगा. इन ड्रोन्स को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इमरजेंसी फाइनेंसियल पावर के तहत मंगाया गया है, ताकि देश की सुरक्षा को लेकर किसी तरह का समझौता न करना पड़े.