नई दिल्ली: भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव जारी है. कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने आरोप लगाए थे कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ है. हालांकि भारत कनाडा की ओर से लगाए सभी आरोपों को खारिज कर चुका है. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के तीन महीने बाद कनाडा के पीएम ने भारत पर गंभीर आरोप लगाए. ट्रूडो भरी संसद में आरोप लगा दिया कि निज्जर के मर्डर में भारतीय एजेंसियों का हाथ है. कनाडा के इन आरोपों पर भारत ने बड़ा खुलासा किया है. FBI ने खालिस्तानी आतंकियों से की थी मुलाकात, निज्जर की हत्या के बाद उन्हें बचने की दी थी सलाह.
सीएनएन-न्यूज 18 ने अपनी रिपोर्ट में भारत सरकार के एक शीर्ष सूत्र के हवाले से बताया कि प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली कनाडाई सरकार के पास खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कोई खुफिया जानकारी नहीं है. भारत पहले दिन से कनाडा को पूरे मामले में सबूत साझा करने के लिए कहा रहा है लेकिन कनाडा अब कोई जवाब नहीं दे रहा है.
भारत नहीं तो फिर कौन?
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस पूरे घटनाक्रम के पीछे कनाडा में होने वाले "गैंगवार" और "आप्रवास व्यवसाय" है. इसके साथ ही कनाडा में “पाकिस्तान इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CCP) बहुत सक्रिय हैं. बिजनेस नियंत्रित करने के लिए उनके लिए लक्ष्यों को मारना आसान है. फिर उन्होंने इसका दोष भारत पर मढ़ दिया.'' भारत से तनाव के बीच जस्टिन ट्रूडो के लिए बुरी खबर, कनाडा की जनता दोबारा नहीं बनाना चाहती PM.
इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय भी स्पष्ट कहा चुका है कि ट्रूडो झूठ बोल रहे हैं. उनके बयान भ्रामक हैं. भारत सरकार ने कनाडा को लगातार सबूत पेश करने के लिए कह रहा है. ट्रूडो के गंभीर आरोप के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों पर असर दिखने लगा है. कनाडा की ओर से अभी तक दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किए गए हैं.
ट्रूडो ने क्या कहा था
कनाडा के पीएम ट्रूडो ने 18 सितंबर को कनाडा की संसद में कहा था, ''कनाडा की ज़मीन पर कनाडाई नागरिक की हत्या में किसी भी विदेशी सरकार की किसी भी तरह की भूमिका हमारी संप्रभुता का ऐसा उल्लंघन है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता."
उन्होंने कहा था, ''दिल्ली में आयोजित जी20 के दौरान मैंने खुद पीएम नरेंद्र मोदी को इस बारे में व्यक्तिगत रुप से सीधे शब्दों में जानकारी दी थी.''
कनाडा को करारा जवाब
ट्रूडो के इस आरोप के बाद भारत और कनाडा के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए हैं. पहले कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निकाला, बाद में भारत ने भी कनाडा के एक राजनयिक को निकाल दिया. भारत ने कनाडा जाने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है. भारत ने कनाडाई नागरिकों के लिए वीजा जारी करना भी बंद कर चुका है.