Independence Day 2020: DRDO द्वारा निर्मित एंटी ड्रोन सिस्टम को लाल किले के पास पीएम मोदी की सुरक्षा में किया गया तैनात, जानें इसकी खासियत
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आसमान की निगरानी करने में मदद मिली. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन यानी डीआरडीओ द्वारा विकसित एंटी ड्रोन सिस्टम को लाल किले के पास तैनात किया गया था, जहां से पीएम मोदी ने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया.
Independence Day 2020: भारत के स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के भाषण के दौरान ड्रोन (Drone) द्वारा घुसपैठ या हमले को रोकने के लिए एक एंटी ड्रोन प्रणाली का इस्तेमाल किया गया, जिससे स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आसमान की निगरानी करने में मदद मिली. डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (Defence Research and Development Organisation) यानी डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित एंटी ड्रोन सिस्टम (Anti-Drone System) को लाल किले के पास तैनात किया गया था, जहां से पीएम मोदी ने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस (74th Independence Day) पर राष्ट्र को संबोधित किया.
लेजर से लैस एंटी ड्रोन सिस्टम 3 किलोमीटर तक के सूक्ष्म ड्रोन का पता लगाने में सक्षम है. यह लेजर हथियार की क्षमता के आधार पर 1 से ढाई किलोमीटर तक का लक्ष्य तय कर उस पर निशाना साध सकता है. डीआरडीओ द्वारा निर्मित एंटी ड्रोन सिस्टम पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में ड्रोन आधारित गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए एक प्रभावी काउंटर के रूप में समाधान हो सकता है. यह भी पढ़ें: Independence Day 2020: स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने की 8 बड़ी घोषणाएं
डीआरडीओं के लिए इस एक बड़ी सफलता माना जा रहा है. इस तकनीक द्वारा जैमिंग कमांड के माध्यम से माइक्रो ड्रोन्स को नीचे लाने में मदद मिल सकती है या फिर लेजर पर आधारित निर्देश ऊर्जा हथियार के जरिए ड्रोन के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को नुकसान पहुंचा सकता है.
गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराया और 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्होंने कोविड-19 को लेकर जारी नए मानदंडों के बीच राष्ट्र को संबोधित किया.