Weather Forecast: बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसून मेहरबान, जारी रहेगी बरसात, जानें अन्य राज्यों का हाल
पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के साथ ही सिक्किम, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 15 अगस्त तक मानसून मेहरबान रहेगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को बताया कि इन स्थानों पर इस दौरान तेज बारिश होगी. जबकि देश के अन्य हिस्सों में जारी कमजोर वर्षा गतिविधि अगले पांच दिन तक बनी रहेगी.
IMD Forecast, Warning: पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के साथ ही सिक्किम, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 15 अगस्त तक मानसून मेहरबान रहेगा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को बताया कि इन स्थानों पर इस दौरान तेज बारिश होगी. जबकि देश के अन्य हिस्सों में जारी कमजोर वर्षा गतिविधि अगले पांच दिन तक बनी रहेगी. मौसम विभाग ने पांच दिनों के लिए उत्तर, पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में बारिश का अनुमान जताया
आईएमडी के मुताबिक, 15 अगस्त से पूर्वोत्तर प्रायद्वीपीय और उससे सटे पूर्व मध्य भारत में वर्षा गतिविधि में बढ़ोतरी होगी. जबकि अगले 5 दिनों के दौरान देश के बाकी हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में बनी हुई अत्यधिक बारिश की स्थिति 15 अगस्त तक जारी रहने की उम्मीद है और इसके बाद यह कम हो जाएगी.
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों (पंजाब, हरियाणा, राजस्थान), मध्य भारत और महाराष्ट्र एवं गुजरात सहित प्रायद्वीपीय भारत (तमिलनाडु और केरल के बाहर) अधिकतर हिस्सों में 15 अगस्त तक हल्की बारिश की काफी संभावना है.
12-14 अगस्त के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में छिटपुट भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है और उसके बाद इसमें कमी आएगी. वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गंगा से लगते इलाकों में 15 अगस्त के बीच व्यापक बारिश, कहीं-कहीं भारी बारिश तथा बिहार में 11 से 12 अगस्त के बीच अत्यधिक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
वहीं, पश्चिमी हिमाचल क्षेत्र में अगले पांच दिनों में छिटपुट से लेकर व्यापक बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने कहा कि प्रायद्वीपीय भारत में 16 अगस्त से वर्षा गतिविधि में वृद्धि होगी. तमिलनाडु में 14 अगस्त तक कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है. आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, देश में एक जून से 10 अगस्त तक सामान्य से पांच प्रतिशत कम बारिश हुई है.