IIT गुवाहाटी की छात्रा ने दी जान, सुसाइड नोट में लिखा- मुझे टीचर बनना था इंजीनियर नहीं
असम की राजधानी गुवाहाटी से एक ऐसा मामला सामने आया है जो कि समाज की संकीर्ण सोच को बताता है. दरअसल आईआईटी गुवाहाटी की 18 वर्षीय नागाश्री ने कथित तौर पर बुधवार को आत्महत्या कर ली.
गुवाहाटी: असम की राजधानी गुवाहाटी से एक ऐसा मामला सामने आया है जो कि समाज की संकीर्ण सोच को बताता है. दरअसल आईआईटी गुवाहाटी की 18 वर्षीय नागाश्री ने कथित तौर पर बुधवार को आत्महत्या कर ली. लेकिन एक होनहार छात्रा की मौत की वजह हैरान करनेवाल है. मृतका ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह इंजीनियरिंग के चलते नाखुश थी क्योकि उसे एक शिक्षिका बनना था.
पुलिस ने बताया कि नागाश्री फर्स्ट इयर की मैकेनिकल इंजीनियरिंग की छात्रा थी. वह कैंपस के धानसिरी हॉस्टल के अपने कमरे के पंखे से लटकी हुई मिली. नागाश्री कर्नाटक के शिवमगोगा के होशनगाड़ा का रहने वाली थी.
अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नागाश्री ने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह इंजीनियरिंग के चलते डिप्रेशन में थी. पुलिस के मुताबिक, छात्रा के शव के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि वो टीचर बनना चाहती थी ना कि इंजीनियर.
छात्रा ने अंग्रेजी में लिखे सुसाइड नोट में लिखा कि वो अपने परिवार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सकी, और वो अपनी जिंदगी में फेल होने की बजाए मरना ज्यादा पसंद करेगी. अधिकारियों ने बताया कि एक मजिस्ट्रेट द्वारा आरंभिक जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
आईआईटी गुवाहाटी के प्रवक्ता ने पीटीआई को बताया कि आत्महत्या करने वाली छात्रा बी टेक (मेकेनिकल) में प्रथम वर्ष की छात्रा थी जिसे उसके साथ रहने वालों ने पंखे पर लटकता पाया.
एक रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों की आत्महत्या की घटना तेजी से बढ़ रही है. भारत में हर घंटे एक स्टूडेंट आत्महत्या कर रहा है. इनमें से कई छात्र तो देश के सर्वोच्च शिक्षा संस्थानों आईआईएम और आईआईटी में पढनेवाले या दाखिले की तैयारी करनेवाले होते है.