पटना: प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर हमला बोला. प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा, तेजस्वी यादव अगर लालू यादव के बेटे न होते तो देश में ऐसी कोई नौकरी नहीं है, जो उन्हें मिल जाती. प्रशांत किशोर ने कहा, तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पहली कैबिनेट बैठक में ही 10 लाख नौकरियां देने की बात की थी... सब जानते थे कि वह 10 लाख नौकरियां नहीं दे सकते. नौकरियां देने से पहले एक कार्यक्रम होता कि नौकरी कैसे दी जाए. बीजेपी को जीरो बनाने का मिशन, विपक्ष को एकजुट करने के लिए ममता बनर्जी और नीतीश कुमार खेल रहे बड़ा दांव.
प्रशांत किशोर ने कहा, 'वह बंगाल, उत्तर प्रदेश ना जाने कहां-कहां घूम रहे हैं, उन्होंने कहा था कि पहली कैबिनेट के बाद 10 लाख नौकरियां देंगे, तो दें नौकरी या माफी मांग ले कि मैं नहीं दे सकता यह सिर्फ एक चुनावी वादा था.
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#WATCH | "Tejashwi Yadav talked about providing 10 lakh jobs in the first cabinet meeting itself...everyone knows he can't give 10 lakh jobs. If Tejashwi Yadav was not the son of Lalu Prasad Yadav, what job would he have got in the country?": Prashant Kishor pic.twitter.com/WMINher3YI
— ANI (@ANI) April 25, 2023
प्रशांत किशोर ने कटाक्ष करते हुए कहा, 'अगर तेजस्वी यादव लालू प्रसाद यादव के बेटे नहीं होते तो क्या उन्हें देश में नौकरी मिलती?'
नीतीश कुमार को भी घेरा
प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी 2019 में उसी भूमिका में थे जिस भूमिका में नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री) आने का प्रयास कर रहे हैं. नीतीश कुमार की लंगड़ी सरकार है मगर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री बहुमत में थे. यही भूमिका(नीतीश कुमार की) उन्होंने(चंद्रबाबू नायडू) शुरू की थी कि सभी को मैं साथ लाऊंगा. उसका नतीजा ये हुआ कि उनके 23 विधायक जीते और वो सत्ता से बाहर हो गए. नीतीश कुमार को बिहार की चिंता करनी चाहिए.