गुजरात के पोरबंदर तट के पास भारतीय तटरक्षक बल (ICG) का एक हेलीकॉप्टर अरब सागर में गिर गया, जिससे तीन क्रू सदस्य लापता हो गए हैं, जबकि एक गोताखोर को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. यह हेलीकॉप्टर सोमवार देर रात एक घायल क्रू सदस्य को बचाने के लिए भेजा गया था, लेकिन समुद्र के ऊपर अंधेरे में यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
मेडिकल इवैक्युएशन मिशन के दौरान दुर्घटना
ICG का यह हल्का हेलीकॉप्टर ध्रुव, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है, पोरबंदर तट से करीब 45 किमी दूर स्थित टैंकर 'हरि लीला' के एक घायल क्रू सदस्य को बचाने के लिए भेजा गया था. हालांकि, मिशन के दौरान हेलीकॉप्टर को आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी और यह समुद्र में गिर गया.
राहत और बचाव कार्य
तटरक्षक अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना के बाद एक गोताखोर को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि तीन अन्य क्रू सदस्य अभी भी लापता हैं. उनके लिए बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें चार जहाज और दो विमान शामिल हैं.
ध्रुव हेलीकॉप्टर: डिजाइन में समस्या
ध्रुव हेलीकॉप्टर, जो कि HAL द्वारा विकसित एक ट्विन-इंजन उन्नत लाइट हेलीकॉप्टर है, भारतीय सशस्त्र बलों के द्वारा संचालित किया जाता है. हालांकि, इस हेलीकॉप्टर में डिजाइन से जुड़ी समस्याओं के कारण पिछले साल इसे कई बार ग्राउंडेड किया गया था. इसके बाद हेलीकॉप्टर के बूस्टर कंट्रोल रॉड्स की विस्तृत समीक्षा की गई और दोषपूर्ण रॉड्स को बदलने का अभियान शुरू किया गया.
भविष्य की चुनौती
इस दुर्घटना ने फिर से ध्रुव हेलीकॉप्टर की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. जबकि यह हेलीकॉप्टर हाल ही में गुजरात में चक्रवाती मौसम के दौरान 67 लोगों की जान बचाने में सफल रहा था, लेकिन इस तरह की घटनाएं इसकी विश्वसनीयता और सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती हैं.
भारतीय तटरक्षक बल और संबंधित एजेंसियां इस दुर्घटना की जांच कर रही हैं, और लापता क्रू सदस्यों की खोजबीन जारी है. इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि समुद्री बचाव अभियानों के दौरान हर पल कितनी चुनौतियां होती हैं, और ऐसे अभियानों में शामिल सभी कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है.