8th Pay Commission Update: केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) से बड़ी उम्मीदें हैं, लेकिन फिलहाल यह तय नहीं है कि सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी. इसकी वजह यह है, कि आयोग ने अभी अपना काम शुरू नहीं किया है. मीडिया में अलग-अलग तरह की खबरें और अटकलें जरूर आ रही हैं, लेकिन जब तक सरकार या आयोग की ओर से आधिकारिक जानकारी नहीं मिलती, तब तक उन पर भरोसा करना सही नहीं होगा.
न्यूनतम बेसिक पे कितना हो सकता है?
8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद न्यूनतम बेसिक वेतन (Minimum Basic Pay) कितना होगा, यह नए फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) पर तय होगा. फिलहाल इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. लेकिन पिछले रुझान देखें तो इसमें अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है. जैसे 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में न्यूनतम बेसिक वेतन 7,000 रुपये से बढ़ाकर 18,000 रुपये कर दिया गया था, वैसे ही इस बार भी अच्छे इजाफे की संभावना है.
महंगाई भत्ते का क्या होगा?
जैसा कि 7वें वेतन आयोग में हुआ था, वैसे ही 8वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद महंगाई भत्ता (DA) रीसेट होने की संभावना है. पिछले 10 सालों में जो भी डीए बढ़ा है, उसे नए वेतन ढांचे में मिलाकर शामिल किया जा सकता है. इससे कर्मचारियों के वास्तविक वेतन में अच्छी-खासी बढ़ोतरी हो सकती है.
फिटमेंट फैक्टर क्या है और क्यों अहम है?
फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक (Multiplier) होता है, जिसे वेतन आयोग वेतन और पेंशन में संशोधन के लिए तय करता है. इसकी मदद से पुराने वेतन को नए वेतन में बदला जाता है. 8वें वेतन आयोग का फिटमेंट फैक्टर क्या होगा, इस पर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. इसकी घोषणा तभी होगी जब आयोग अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा, जो संभवतः 2026 में होगी.
पेंशनर्स को क्या फायदा होगा?
केंद्रीय पेंशनर्स और पारिवारिक पेंशनर्स को भी 8वें वेतन आयोग से फायदा मिलेगा. अगर आयोग एक जैसा फिटमेंट फैक्टर तय करता है, तो वह पेंशन पर भी लागू होगा. इसके साथ ही, रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले अन्य लाभों की भी समीक्षा और सुधार की सिफारिश हो सकती है.
7वें वेतन आयोग की तरह इस बार भी 2026 से पहले और बाद में रिटायर होने वालों के बीच फर्क की चिंता उठ सकती है, लेकिन उम्मीद है कि आयोग इस मुद्दे पर विचार कर संतुलन बनाने के लिए सही सुझाव देगा.













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