तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में होटल में चेक इन करने वालों की जानकारी एकत्रित कर पुलिस "ज़ेबिचैन" जैसी ब्लॉकचेन कंपनियों को भेज रही है? यह हैरान करने वाला दावा सोशल मीडिया पर जोरों से चल रहा है.
X (पूर्व में Twitter) पर एक यूजर ने तेलंगाना पुलिस से पूछा कि वह होटल में चेक इन करने वालों की जानकारी क्यों एकत्रित कर रहे हैं. यूजर का कहना है कि तेलंगाना पुलिस हैदराबाद में हर उस शख्स की जानकारी एकत्रित कर रही है जो किसी होटल में चेक इन करता है. इस यूजर ने यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस यह जानकारी "ज़ेबिचैन" नामक ब्लॉकचेन कंपनी को भेज रही है.
Dear @TelanganaCOPs why are you collecting details of everyone who checks-in into a hotel in Hyderabad and why are you sending them to a blockchain company - zebichain? pic.twitter.com/AHqbgFTfig
— Srinivas Kodali (@digitaldutta) June 7, 2024
दूसरे यूजर ने X पर अपने संदेश का स्क्रीनशॉट शेयर किया जो उन्होंने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम शहर की पुलिस को भेजा था. इस संदेश में उन्होंने "ज़ेबिईड" नामक ब्लॉकचेन कंपनी का ज़िक्र किया था. यूजर का कहना है कि जब वह अगली बार होटल बुक करने गए तो रिसेप्शनिस्ट ने उनको शहर के अलग-अलग होटलों में उनके ठहरने की इतिहास दिखाया.
when I went to book the room in that previous hotel on my next visit, Receptionist asked me " adhenti sir ma hotel ku ravatam ledhu discount kuda isthunam kadha ani"
And also he showed the history of my stays in different hotels in the city including webcam captured photos. pic.twitter.com/jJ3iVDbGyI
— SRIkanthCHAllangi™ (@TrulySrikanths) June 7, 2024
यूजर्स का कहना है कि पुलिस होटल में चेक इन करने वालों की जानकारी एकत्रित करती है और फिर उसे "ज़ेबि" नामक ब्लॉकचेन कंपनी को देती है. यह घटना तेलंगाना के हैदराबाद और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में घटी.
यह मामला काफी चिंताजनक है क्योंकि यदि यह सच है तो यह व्यक्तियों की निजता का घोर उल्लंघन है. यूजर्स का कहना है कि यह "ज़ेबिचैन" जैसी ब्लॉकचेन कंपनी को होटल में चेक इन करने वालों की जानकारी देने का कोई कारण नहीं है. यह जानकारी केवल पुलिस के लिए ही होनी चाहिए और उसे किसी और कंपनी के साथ शेयर नहीं किया जाना चाहिए. यह मामला कितना सच है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. लेकिन यह एक गंभीर मामला है और इस पर सख्त कार्रवाई की ज़रूरत है.