पटना: बिहार में होली समारोह के दौरान पिछले दो दिनों में 40 से अधिक लोग मारे गए और 38 से अधिक घायल हो गए. होली के मौके पर लॉ एंड ऑर्डर और पुलिस सख्ती के दावों के उलट राज्य भर से हिंसक घटनाएं सामने आईं क्योंकि समूह आपस में भिड़ गए थे. पुलिस गोलीबारी, झड़प और ड्रंकन ड्राइविंग को रोकने में पूरी तरह विफल रही. सिर्फ राजधानी पटना में ही गुट संघर्ष में पांच लोगों की हत्या कर दी गई, वहीं नशे में गाड़ी चलाने के कारण समस्तीपुर में दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई.
बता दें कि मुफ्फसिल थाना अंतर्गत पांडेयपट्टी गांव की महिला को सोमवार को उस समय गोली मारकर घायल कर दिया गया जब उसने अपने घर के पास युवकों के समूह द्वारा अश्लील गाने बजाने का विरोध किया. बक्सर के एसडीपीओ गोरख राम ने कहा, गोलीबारी गाने के विवाद के दौरान हुई. महिला के पैर में गोली लगी है. पुलिस मामले की जांच कर रहे हैं.
दूसरी घटना भागलपुर में बरारी थाना क्षेत्र में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई और इस झड़प में कम से कम छह लोग घायल हो गए. यह झड़प तब हुई जब एक समूह ने दूसरे समूह पर रंग छिड़का जो क्रिकेट खेलने के रास्ते पर था. दोनों समुदायों के एक-दूसरे पर हमला करने और कई दुकानों को आग लगाने के साथ झड़प जल्दी से बढ़ गई. भागलपुर एसएसपी नित्या गुरिया ने कहा कि स्थिति सामान्य है और पुलिस दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है.
तीसरी घटना नालंदा में हुई , अश्लील भोजपुरी गाने बजाने का विरोध करने पर उपद्रवियों ने मिया-बिगहा गांव में तीन झोपड़ियों में आग लगा दी और चार लोगों को घायल कर दिया.
रविवार को भी नालंदा में तेलहारा पुलिस स्टेशन के पास एक तेज रफ्तार ट्रक ने मिठाई और नमकीन की दुकान पर होली पर शॉपिंग कर रहे लोगों पर ट्रक चढ़ा दिया था. हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक लोग घायल हो गए.
मधुबनी में होली के दिन सोमवार को जमीन विवाद को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए. दोनों गुटों के बीच गोलीबारी में दो भाइयों सहित तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए.