Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश सरकार ने बिना ई-पास के इंटर स्टेट मूवमेंट की दी इजाजत, बसों को इजाजत नहीं
देश के कई राज्यों में अनलॉक डाउन के तहत अब जनता को रियायतें दी जाने लगी हैं. दरअसल कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन लगा दिया था. जिसके बाद सब कुछ बंद हो गया था. सिर्फ जरूरी सेवा ही शुरू थी. लेकिन अब धीरे-धीरे रियातें दी जाने लगी हैं, इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की सरकार ने प्रदेश में बिना ई-पास के इंटर स्टेट मूवमेंट (Inter-State Movement) की इजाजत दे दी है. लेकिन राज्य सरकार ने बसों को इंटर स्टेट मूवमेंट की इजाजत नहीं दी है. इस दौरान सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का पालन करना होगा.
देश के कई राज्यों में अनलॉक डाउन के तहत अब जनता को रियायतें दी जाने लगी हैं. दरअसल कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन लगा दिया था. जिसके बाद सब कुछ बंद हो गया था. सिर्फ जरूरी सेवा ही शुरू थी. लेकिन अब धीरे-धीरे रियातें दी जाने लगी हैं, इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की सरकार ने प्रदेश में बिना ई-पास के इंटर स्टेट मूवमेंट (Inter-State Movement) की इजाजत दे दी है. लेकिन राज्य सरकार ने बसों को इंटर स्टेट मूवमेंट की इजाजत नहीं दी है. इस दौरान सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का पालन करना होगा.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश भी देश के अन्य राज्यों की भांति कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. अगर आंकड़ो पर नजर डालें तो हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को 143 नए COVID-19 के मामले सामने आए हैं. इसके अलावा एक दिन के भीतर 165 लोगों ने कोरोना को मात दी. इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित कुल मामले अब 10,059 हो गई हैं. , जिनमें 6,332 रिकवर मामले, 3,610 सक्रिय मामले हैं. वहीं राज्य में अब तक COVID-19 से 88 मौतें हुई हैं.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश में मंदिर 10 सितंबर से फिर से खोलने का फैसला किया गया था. जिसके मुताबिक राज्य में 15 सितंबर से प्रवेश के लिये ऑनलाइन पंजीकरण करने की जरूरत नहीं होगी. फैसला राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था. कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिये राज्य में मार्च में लोगों के लिये धार्मिक स्थल बंद कर दिये गये थे.