
Himachal Pradesh Cabinet Decision: हिमाचल प्रदेश में कोरोनावायरस के मामलों में कमी आने पर मंगलवार को चार जिलों- शिमला, कांगड़ा, मंडी और कुल्लू में लगे रात के कर्फ्यू में ढील देने और सरकारी कार्यालयों में छह-दिनी हफ्ते के तहत कामकाज बहाल करने का फैसला लिया गया. सरकार ने राज्य में कोचिंग कक्षाओं को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति देने का भी निर्णय लिया.ये निर्णय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में यहां मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया.मंत्रिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयोग के अनुरोध पर एक इनडोर बैठक में 50 से अधिक व्यक्तियों को अनुमति न देने की शर्त को शिथिल कर दिया.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस निर्णय से पंचायत चुनाव से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से करने में आयोग को सहूहियत होगी।कैबिनेट ने राज्य में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, हिमायती योजना और सरकारी चिकित्सा प्रतिपूर्ति योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए निजी अस्पतालों के पंजीकरण के लिए एकल खिड़की योजना शुरू करने को भी मंजूरी दी।
बैठक के दौरान कांगड़ा जिले के पौंग बांध के वेटलैंड्स में फैले एवियन इन्फ्लूएंजा पर पशुपालन विभाग ने एक प्रस्तुति दी।मंत्रिमंडल ने स्वास्थ्य विभाग और पशुपालन विभाग को कर्मचारियों के लिए एवियन फ्लू और पीपीई किट के लिए विशिष्ट दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने और पोंग वेटलैंड्स में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने की सलाह दी।
एवियन इन्फ्लूएंजा से प्रवासी जल पक्षियों के मरने की संख्या 2,736 हो गई है। सोमवार को भोपाल स्थित आईसीएआर-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (एनआईएचएसएडी) ने कहा कि इन पक्षियों की मौत का कारण एवियन इन्फ्लूएंजा (एच5एन1) था।एनआईएचएसएडी ने एक रिपोर्ट में कहा कि उसके पास भेजे गए पांच पक्षियों के नमूनों की आरटी-पीसीआर जांच की गई, जिसकी रिपोर्ट एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पॉजिटिव आई।