गोपेश्वर, 18 अक्टूबर: उत्तराखंड में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया. केदारनाथ में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौत हो गई. ये हादसा केदारनाथ से 2 किमी दूर गरुड़चट्टी में हुआ. खराब मौसम को हेलिकॉप्टर क्रैश की एक वजह माना जा रहा है. अब बड़ी जानकारी सामने आ रही है कि दुर्घटनाग्रस्त हुआ हेलीकॉप्टर हिमालयी मंदिर के निकट हेलीपैड से उड़ान भरने के बमुश्किल पांच सेकंड बाद ही दुर्घटना का शिकार हो गया था. केदारनाथ हेलीकॉप्टर क्रैश में 7 की मौत, सीएम धामी ने दिए मजिस्ट्रियल जांच के आदेश.
इस हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है. केदारनाथ हेलीपैड पर तैनात सुरक्षा कर्मी मनोहर सिंह ने बताया कि ‘आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड’ का हेलीकॉप्टर केदारनाथ के मात्र दो किलोमीटर दूर गरूड़चट्टी के निकट उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद घने कोहरे के बीच एक छोड़ी पहाड़ी से टकरा गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
सिंह ने बताया कि हेलीकॉप्टर पहाड़ी के टकराने के बाद टुकड़े-टुकड़े हो गया और इसमें आग लग गई. उन्होंने कहा, ‘‘इलाके में धुएं की चादर छा जाने के कारण शुरुआत में कुछ नजर नहीं आया, लेकिन जिस तरफ से हादसे की आवाज आई थी, हर कोई उस दिशा में दौड़ पड़ा.’’
सिंह ने कहा कि धुआं कम होते ही नजर आ रहा था कि हेलीकॉप्टर में आग लगी है और उसके टुकड़े गरुड़चट्टी की चटानों पर बिखरे हुए थे. हादसे के समय दुर्घटनास्थल से कुछ दूरी पर मौजूद पुजारी अंकुर शुक्ला ने कहा कि जब उन्होंने हेलीकॉप्टर के बड़े हिस्से से आग की लपटें उठती देखीं, तभी उन्हें आभास हो गया था कि यह हादसा भीषण है.
शुक्ला को केदारपुरी लौटने के बाद हादसे की विस्तृत जानकारी मिली. ‘सिक्स स्टिग्मा हेल्थकेयर’ कंपनी के प्रमुख डॉ. प्रदीप भारद्वाज ने कहा कि हादसे की वजह घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होना प्रतीत होती है.
उन्होंने कहा कि इलाके में हेलीकाप्टर सेवाओं में हाल में कई गुना बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इसके लिए पर्याप्त सुरक्षा एवं नियंत्रण तंत्र को तैनात नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय का अभी तक यहां कोई अधिकारी नहीं है.